आशा द्विवेदी के गोलोक धाम गमन पर श्रीसुदर्शन संस्थानम् ने प्रेषित की शोक संवेदना
अरविन्द तिवारी
जांजगीर चांपा – मां समलेश्वरी की पावन धरा एवं कोसा , कांसा और कंचन की नगरी चाम्पा के ब्राह्मण पारा निवासी मोहन द्विवेदी की धर्मपत्नी श्रीमती आशा द्विवेदी का गोलोक धाम गमन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज हसदेव नदी तट स्थित भैंसा बाजार मुक्ति धाम में किया गया। वे अपने पीछे दो पुत्रों और दो पुत्रियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गई। उनके ज्येष्ठ सुपुत्र जयप्रकाश द्विवेदी ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके अंतिम संस्कार में राजनीति , पत्रकारिता सहित कई विभागों के वरिष्ठ और नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अंतिम संस्कार पश्चात शोकसभा का आयोजन किया गया , जिसमें वरिष्ठ सामाजिक लोगों ने आशा द्विवेदी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इसी कड़ी में पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज द्वारा संस्थापित संगठन धर्मसंघ पीठपरिषद् , आदित्यवाहिनी – आनन्दवाहिनी प्रांतीय कार्यालय श्रीसुदर्शन संस्थानम् , रावांभाठा से प्रांतीय पदाधिकारी श्रीमती सीमा तिवारी एवं टीकाराम साहू सहित बी०डी० दीवान , उत्तम शर्मा , नवनीत तिवारी , गीता तिवारी , मीरा मिश्रा ने जांजगीर चाम्पा जिले के पीठपरिषद् के वरिष्ठ सदस्य एवं पुरी शंकराचार्य जी के कृपापात्र शिष्य मोहन द्विवेदी की अर्द्धांगिनी श्रीमती आशा द्विवेदी के असामयिक गोलोक धाम गमन पर द्विवेदी परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रगट करते हुये दिव्य ब्रह्मलीन आत्मा के मोक्ष की कामना की है। तथा शोक संतप्त परिवार को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति हेतु परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि श्रीमती आशा द्विवेदी देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय गो सेवा संगठन के छत्तीसगढ़ के द्वय प्रदेश सचिव जयप्रकाश द्विवेदी की मां एवं श्रीमती शिखा चैतन्य द्विवेदी की सासु मां थी। वे गो सेविका , धर्मनिष्ठ एवं कर्तव्य परायण थीं।