विधायक इंद्र साव की सक्रियता से मिली नाला निर्माण हेतु करोड़ो की राशि
पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा झूठा श्रेय लेने पेपर बाजी कर रहे:-कांग्रेस
भाटापारा- नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा भाटापारा शहर में बनने वाले 2 बड़े नालों के लिए 15वे वित्त आयोग से 1करोड़ से ज्यादा रूपयों की राशि विधायक इन्द्र साव की सक्रियता के कारण स्वीकृत हुई है, जिसका झुठा श्रेय पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा द्वारा लेने का ब्लाक कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष द्वय अरुण यादव एवं अशोक ध्रुव ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर खंडन किया है।
कांग्रेस के ब्लाक कार्यकारी अध्यक्ष द्वय अरुण यादव एवं अशोक ध्रुव ने अपने एक संयुक्त बयान में बताया कि क्षेत्र के विधायक इन्द्र साव लगातार क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए राशि स्वीकृति करा रहे है और विधानसभा पटल पर भी क्षेत्र हित की मांगों को सरकार के समक्ष उठा रहे है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि विधायक इन्द्र साव के अथक प्रयास और मेहनत से नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा भाटापारा शहर में बनने वाले 2 बड़े नालों के लिए 15वे वित्त आयोग से लिंक रोड स्थित नाले के लिए 57 लाख 70 हजार रुपये की राशि तथा लाल बहादुर वार्ड स्थित नाले के लिए लगभग 56 लाख 67 हजार रूपये की राशि स्वीकृत कराई है, इस कार्य को जबरन रुकवा कर रखा गया था और अब स्वीकृत होने पर झूठा श्रेय पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा पेपर बाजी कर लेने का कुंठित प्रयास कर रहे है। कांग्रेस नेता अरुण यादव और अशोक ध्रुव ने पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे पूर्व में भी कोर्ट भवन, कॉलेज बिल्डिंग निर्माण, सहित सेमरिया घाट में उच्च स्तरीय ब्रिज, अनेकों डामरीकृत मार्ग की राशि विधायक इन्द्र साव ने बजट में स्वीकृत कराया था, उसका भी श्रेय लेने पेपर बाजी किए थे।
अगर श्रेय लेने का शौक है तो भाटापारा आए मुख्यमंत्री से भाटापारा को जिला बनाने की घोषणा क्यों नहीं कराई…? जनता को बेवकूप बनाने अपने कार्यकाल में विधानसभा में अशासकीय संकल्प लाए थे और जब प्रदेश में फिर भाजपा सरकार बन गई तो जिले के मुद्दे पर मौन साध लिए, जबकि पिछले वर्ष चुनावी सभा में असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वसरमा की लोकोत्सोव मैदान में हुई सभा में पूर्व विधायक ने कहा था कि प्रदेश में भाजपा सरकार आयेगी तो भाटापारा को जिला बनाया जाएगा, शिवरतन शर्मा को यह बात जनता को बतानी चाहिये।
प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री जब भाटापारा में आम सभा को संबोधित करने आये थे और इसी मंच पर पूर्व विधायक शिव रतन शर्मा को अपने पूर्व घोषणा अनुरूप भाटापारा को पृथक स्वतंत्र ज़िला निर्माण कराने की महत्वपूर्ण, जीवंत और ज्वलंत माँग को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से पूरा कराना था। लेकिन उन्होंने दुर्भावनावश क्षेत्र की जीवंत, ज्वलंत, जायज माँग को नहीं रखकर पूरे विधानसभा के विकास और प्रगति पर कुठाराघात कर दिया।
वही कॉंग्रेस के शासनकाल में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनता जनार्दन से मिलने अपने भेट-मुलाक़ात कार्यक्रम में ग्राम कड़ार आने वाले थे तब तत्कालीन विधायक शिवरतन शर्मा ने भाटापारा की सड़को पर रैली निकाल कर भाटापारा को ज़िला बनाने धरना प्रदर्शन किया था। इस पर अभी तक कुछ नहीं बोल रहे है..
कांग्रेस नेताओं ने पूर्व विधायक से सवाल दागते हुए पूछा कि वे बताए कि जिले के लिए स्वीकृत केंद्रीय विद्यालय जो खम्हरिया गांव में बनना था, उसे किसके कहने पर या दबाव में दूसरे ब्लाक में भेजा गया ? अभी हाल ही में नालंदा की तर्ज पर छात्र छात्राओं के लिए लाइब्रेरी की घोषणा हुई, उसमे भाटापारा का नाम क्यों नहीं ? भाटापारा नगर पालिका से पूरे प्रदेश में बड़ी नगर पालिका में गिनी जाती है, फिर शहर को शिक्षा हब बनाने का श्रेय लेने वाले श्री शिवरतन शर्मा क्यों सैकड़ो बच्चों के भविष्य और उनके पालक गणों के सपने को चकनाचूर करते हुए भाटापारा का नाम 500 सीटर नालंदा परिसर की तर्ज पर बनने वाली लाइब्रेरी के लिए नहीं जुड़वा पाए ? शहर के व्यापारियों नागरिकों के लिए पिछले 5 साल से एक भी ट्रेन नहीं रुकवा पाए। उन्होंने कहा कि
पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने भाटापारा में अपर कलेक्टर कार्यालय की स्थापना, इंडोर स्टेडियम निर्माण करने की घोषणा की थी जिसका आज तक अता-पता भी नहीं है, भाटापारा सहित आसपास के लगभग सात लाख आबादी के लिये भाटापारा अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति विशेषज्ञ महिला डाक्टर का न होना भाजपा की कथनीं और करनी के अंतर को दर्शाता है।
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