गौरव पथ पर 33 घंटे थमे रहे भारी वाहनों के पहिए, आंदोलनकारी की मौत के बाद प्रतिमा रखकर किया जा रहा था चक्काजाम प्रशासन के आश्वासन पर किया समाप्त

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13 अगस्त से लगातार क्षेत्रवासी कर रहे हैं आंदोलन

मार्ग की आजादी को लेकर 24 दिनों से डटे हैं आंदोलनकारी

कोरबा:-
दीपका क्षेत्र के गौरव पथ पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग को लेकर विगत 13 अगस्त से कॉलोनीवासी व क्षेत्र के लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं आंदोलन सतत जारी है इस बीच आंदोलनकारी की मौत से गुस्साएं लोगों ने रविवार सुबह से गौरव पथ पर भारी वाहनों का परिचालन बंद कर दिया था प्रशासन लगातार आंदोलन समाप्त कराने के प्रयास में जुटा रहा ।

सोमवार दोपहर 3 बजे के बाद प्रशासन के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ एसईसीएल की मेगा परियोजना दीपका और गेवरा की कोल परिवहन में लगी भारी वाहन गौरव पथ मार्ग से होकर गुजरती है ।

क्षेत्रवासी गौरव पथ मार्ग से भारी वाहनों के परिचालन का रोक लगाने की मांग करते आ रहे हैं इसे लेकर गौरव पथ संघर्ष समिति दीपका के बैनर तले कॉलोनीवासी और क्षेत्र के लोगों के द्वारा 13 अगस्त से लगातार आंदोलन कर रहे हैं आंदोलन में शामिल एक आंदोलनकारी दिनेश जायसवाल की रविवार को हृदयगति रुक जाने से मौत हो गई थी उनकी मौत से गुस्साएं आंदोलनकारी ने उनकी प्रतिमा को गौरव पथ मार्ग में रखकर चक्काजाम शुरू कर दिया था सुबह 7 बजे से भारी वाहनों को रोक कर आंदोलन किया जा रहा था मार्ग से दोपहिया चारपहिया वाहन गुजर रहे थे चक्काजाम के कारण खदान से कोल परिवहन में लगे भारी वाहनों की कतार लग गई थी कोयला परिवहन ठप होने से ट्रांसपोटर्स की चिंता बढ़ गई थी पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी लगातार आंदोलनकारी को समझाइश देते रहे ।

सोमवार दोपहर 3 बजे के बाद दीपका तहसीलदार विनय देवांगन के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त किया गया आंदोलनकारी ने बताया कि राजपत्र में प्रकाशित नियमों के अनुसार मार्ग को भारी वाहनों के लिए खोला और बंद किया जाएगा 33 घंटे बाद प्रतिमा को गौरव पथ मार्ग से हटकर मार्ग बहाल किया गया तब जाकर कोल ट्रांसपोटर्स ने राहत की सांस ली ।

सुबह शाम रहेगी नो एंट्री

आंदोलनकारी ने बताया कि तहसीलदार ने उन्हें आश्वस्त किया है कि राजपत्र में प्रकाशित नियमों के अनुसार गौरव पथ मार्ग में नो एंट्री लगाई जाएगी इसके अनुसार सुबह 7 से 11 बजे और शाम 4 से 7 बजे तक नो एंट्री लागू रहेगी लोगों ने कहा कि इसकी जिम्मेदारी किसकी रहेगी जिस पर आश्वस्त किया गया है कि प्रशासन इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करेगी ।

पहले 20 से 40 अब 100 एमटी उत्पादन

एसईसीएल गेवरा और दीपका मेगा परियोजना है पूर्व में जब गौरव पथ मार्ग से भारी वाहनों के अवगमन को अनापत्ति दी गई थी तब खदान से 20 से 40 मिलियन टन कोयला उत्पादन होता था वर्तमान में इसमें ढाई गुना इजाफा हो चुका है गेवरा दीपका से 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन हो रहा है कोयला का परिवहन रेल के साथ ही सड़क मार्ग से किया जा रहा है जिसकी वजह से मार्ग पर भारी वाहनों का दबाव भी बढ़ा है इसकी वजह से लोग मार्ग पर भारी वाहनों के रेलमपेल से हलकान है ।

अनापत्ति को निरस्त करने की मांग

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि दीपका गौरव पथ मार्ग नगर पालिका दीपका क्षेत्र अंतर्गत आता है लोगों की मांग है कि थाना चौक से रेलवे क्रॉसिंग कृष्णा नगर तक भारी वाहनों का आवागमन बंद किया जाए इसके लिए 16 पार्षद व चार एल्डरमैन मार्ग पर भारी वाहनों के अवागमन के अनापत्ति आदेश को निरस्त करने की मांग कर चुके हैं विशेष सामान्य सभा बुलाकर इस पर चर्चा की मांग की जा रही है ।

सी एन आई न्यूज कोरबा छत्तीसगढ़ से सुनील दास महंत की रिपोर्ट।

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