अफरीद दीवान परिवार की होनहार चिराग आरात्रिका ने कत्थक नृत्य में जीता प्रथम पुरस्कार

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
जांजगीर चाम्पा – विगत दिवस कत्थक नृत्य कला मंच दुर्ग छत्तीसगढ़ द्वारा पर्वतों के शहर दार्जीलिंग में आयोजित तीन दिवसीय शास्त्रीय एवं अन्य आंचलिक नृत्य प्रतिस्पर्धा तरांगण के प्रथम दिवस रायगढ़ घराना कत्थक नृत्य प्रतियोगिता के सब जूनियर वर्ग में आरात्रिका दीवान ने अपनी प्रस्तुति से प्रथम पुरस्कार अर्जित किया। इस पुरस्कार का श्रेय आरात्रिका ने अपने संस्थान मां वैष्णवी संगीत महाविद्यालय के संचालक एवं गुरु श्रीमती प्रीति रूद्र वैष्णव एवं रूद्र वैष्णव को समर्पित किया है। बताते चलें कि आरात्रिका दीवान जिंदल पावर एवं स्टील लिमिटेड रायगढ़ में कार्यरत अधिकारी एजीएम हर्षवर्द्धन धर दीवान की सुपुत्री है तथा ओ०पी० जिंदल स्कूल की कक्षा तृतीय की छात्रा है। आरात्रिका का मार्गदर्शन उनकी माताजी श्रीमती अल्पना दीवान करती हैं तथा कत्थक नृत्य का प्रोत्साहन उसको उसकी बुआ श्रीमती अवंतिका गौरहा से मिलता रहा है , जिसने स्वयं कत्थक नृत्य की प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी दक्षिण भारतीय कला मंच बिलासपुर द्वारा ठाकुर छेदी लाल बैरिस्टर कृषि महाविद्यालय बिलासपुर परिसर में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में आरात्रिका ने द्वितीय पुरुस्कार प्राप्त किया था। आरात्रिका की छोटी बहन आह्लादिता जो कि मात्र दो वर्ष की है , वह अभी से दीदी के अभ्यास के समय उसका साथ देते हुये नृत्य की ककहरा सीख रही है। आरात्रिका मूल रुप से अफरीद (चाम्पा) के दीवान परिवार की होनहार चिराग है। इसकी इस उपलब्धि पर दादा – दादी बी०डी० दीवान , संगीता दीवान , भैया शिवाय गौरहा , फूफाजी पीयूष गौरहा एवं समस्त परिवार ने बधाई प्रेषित किया है। आरात्रिका दीवान का सपना एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर बनने का है , नृत्य उसकी हाबी है। इसके अलावा इनको एडवेंचर तथा आध्यात्मिक कथायें तथा हमारे सनातनी आराध्यों की जीवन लीला पर चर्चा करना पसंद है।