युक्तियुक्तकरण पर सरकार और विपक्ष की प्रतिक्रियाएं: शिक्षकों की तैनाती को लेकर बहस तेज

(रिपोर्ट : मोहम्मद अजहर हनफी ब्यूरो प्रमुख बलौदाबाजार भाटापारा)
बलौदाबाजार-भाटापारा, 10 जून 2025 :- जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों की समस्या को दूर करने के लिए शासन द्वारा किए गए **युक्तियुक्तकरण (समायोजन)** के कदम को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच बहस छिड़ गई है। जहाँ प्रशासन का दावा है कि इससे सभी स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था हो गई है, वहीं विपक्षी कांग्रेस ने इस प्रक्रिया को “तानाशाही” बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
प्रशासन का दावा: सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना
जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, युक्तियुक्तकरण के तहत बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के सभी दूरस्थ क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर कर दी गई है। मिडिल स्कूल **बैजनाथ खपरी, पुरैना खपरी और हरदी** जैसे शिक्षकविहीन स्कूलों में 3-3 शिक्षक तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, **कसडोल और भाटापारा विकासखंड** के एकल शिक्षकीय प्राथमिक विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। हाई स्कूल **देवगांव, बड़गांव और मरदा** में भी 2-3 व्याख्याताओं की नियुक्ति की गई है।
प्रशासन का कहना है कि इससे दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों और अभिभावकों को लाभ मिलेगा तथा शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी।
विपक्ष का आरोप: “युक्तियुक्तकरण के नाम पर मनमानी”
वहीं, भाटापारा विधायक **इंद्र साव** के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय का घेराव कर इस नीति का विरोध किया। साव ने आरोप लगाया कि **”शिक्षा विभाग बिगड़े सांड की तरह हो गया है, जो किसी के काबू में नहीं आ रहा।”** उन्होंने कहा कि सरकार युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षकों को मनमर्जी से स्थानांतरित कर रही है, जिससे स्कूलों की व्यवस्था चरमरा गई है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि **”भाजपा सरकार पाठशाला बंद कर मधुशाला खोलने पर आमादा है। शिक्षकों और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।“**
जहाँ प्रशासन का मानना है कि युक्तियुक्तकरण से शिक्षा व्यवस्था सुधरी है, वहीं विपक्ष इसे सरकार की मनमानी बता रहा है। इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस और जनआंदोलन तेज होने की आशंका है। शिक्षक संघों की प्रतिक्रिया भी अभी आनी बाकी है।