ईद-उल-अजहा: कुर्बानी में शरई उसूलों और सादगी का पालन करने की अपील
जामा मस्जिद के सदर हाजी रईस अहमद शकील ने मुस्लिम समाज को जिम्मेदारी और इंसानियत का संदेश दिया

मोहम्मद इक़बाल हनफी भाटापारा सिटी रिपोर्टर
राजनांदगांव:- ईद-उल-अजहा के पवित्र अवसर पर जामा मस्जिद के सदर हाजी रईस अहमद शकील ने मुस्लिम समुदाय से कुर्बानी को शरई नियमों और सादगी के साथ अदा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का मकसद नुमाइश या सोशल मीडिया पर वीडियोज़ और तस्वीरें शेयर करना नहीं, बल्कि अल्लाह की रज़ा और जरूरतमंदों तक हिस्सा पहुँचाना है।
ये हैं प्रमुख बातें:
- कुर्बानी सिर्फ तयशुदा जगहों पर की जाए और सफाई व कानून का पूरा ध्यान रखा जाए।
- गरीबों और जरूरतमंदों तक कुर्बानी का गोश्त पहुँचाने पर जोर दिया गया।
- हाजी शकील ने कहा कि ईद-उल-अजहा हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की कुर्बानी, इख़लास और तौहीद की याद दिलाता है।
उन्होंने दुआ की कि अल्लाह तआला सभी की कुर्बानियाँ कबूल करें और हर घर में अमन, मोहब्बत और बरकत अता करें। ईद के इस पावन मौके पर उन्होंने सभी को ईद मुबारक का संदेश भी दिया।
