आदिवासी बालक आश्रम दामापुर के बच्चे अकेले नही जा रहे थे उनके साथ कर्मचारी था और पैदल जाने की बात भी गलत पाई गई
आदिवासी बालक आश्रम दामापुर के बच्चे अकेले नही जा रहे थे उनके साथ कर्मचारी था और पैदल जाने की बात भी गलत पाई गई
आदिवासी बालक आश्रम दामापुर के 11 बच्चे अकेले बिना अभिभावक के घर जाने के संबंध में‘‘
कवर्धा, 27 अगस्त 2323। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने पंडरिया विकासखण्ड के ग्राम दामापुर आदिवासी बालक आश्रम के 11 बच्चों की, अकेले बिना अभिभावक के घर जाने की सूचना को तत्काल संज्ञान में लिया। उन्होंने संयुक्त कलेक्टर एवं आदिमजाति विकास विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त डॉ मोनिका कौडों को इस सूचना की जांच करने और जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। संयुक्त कलेक्टर ने दामापुर आदिवासी आश्रम पहुँच कर पूरी जानकारी ली।
आश्रम के सभी बच्चे, अधीक्षक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से पूछताछ की गई। बच्चों ने बताया कि वह अकेले नहीं थे, उनके साथ आश्रम के कर्मचारी श्री अमरसिंह था। वे साथ मे बस से कुण्डा तक भी गए।
बच्चों द्वारा बताया गया कि वे रक्षाबंधन के लिए अपने घर जा रहे थे। दामापुर से आश्रम के कर्मचारी श्री अमरसिंह के साथ बस से कुण्डा तक गए, कुण्डा से महली तक पैदल गए तथा वहां से पंडरिया के लिए बस पकड़ने वाले थे। महली में एक व्यक्ति आकर हमसे पूछताछ करने लगा और मोबाईल में रिकाॅर्डिंग करने लगा। उतने में अनुसूचित जाति बालक आश्रम कुण्डा के अधीक्षक कामले सर आ गए और हमें वापस आश्रम ले आए। उपरोक्त जांच मे पाया गया कि बच्चे अकेले नही जा रहे थे उनके साथ कर्मचारी अमर सिंह था और पैदल जाने की बात भी गलत पाई गई।
CNI NEWS कवर्धा छत्तीसगढ़ से अनवर खान की रिपोर्ट