पिथौरा_ तीजा त्यौहार नारी शक्ति को समर्पित यह त्यौहार है। तीज त्यौहार में निर्जला उपवास रहकर पति की दीर्घायु और स्वस्थ रहने की कामना की जाती है
पिथौरा_ तीजा त्यौहार नारी शक्ति को समर्पित यह त्यौहार है। तीज त्यौहार में निर्जला उपवास रहकर पति की दीर्घायु और स्वस्थ रहने की कामना की जाती है
तीज त्योहार से पहले अमावस्या को पोला तिहार मनाया जाता है इसलिए संयुक्त रूप से इस त्योहार को तीजा पोला त्यौहार के नाम से जाना जाता है। यह त्यौहार तीन दिन तक मनाया जाता है महिलाएं अपने मायके में जाकर यह त्यौहार मनाते हैं इस त्यौहार को हरितालिका भी कहा जाता है
हरतालिका का वर्णन लिंग पुराण और भविष्य पुराण में मिलता है भाद्रपद के शुक्ल पक्ष के तृतीय तिथि को मनाया जाता है इस दिन पार्वती ने अपने बालों से एक शिवलिंग बनाया और उसकी प्रार्थना की इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति के दीर्घायु व स्वस्थ जीवन जीने के लिए व कुंवारी कन्याएं सुयोग्यवर प्राप्त करने के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर बालू के शिव पार्वती बनाकर प्राकृतिक फुलेरी बनाते हैं
और रात भर उसकी पूजा करते है भारत में राजस्थान उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्र में प्रचलित है विशेष कर छत्तीसगढ़ उत्तर प्रदेश पूर्वांचल बिहार में इस जोर शोर से मनाया जाता है
निर्जला व्रत रहकर पूजा करते हैं सबसे कठिन व्रत इस को माना जाता है लक्ष्मी श्रीवास्तव के परिवार द्वारा आसपास की महिलाओं को बुलाकर इसकी पवित्र कथा को बताया गया इसकी महिमा के बारे में बताया गया इस व्रत को रखने से कितना पुण्य मिलता है इस सब की जानकारी कथा के माध्यम से दी गई।