विश्व ध्यानदिवस आज,बेहतर स्वास्थ्य में ध्यान की अहम भूमिका के बारे जानकारी बढा़ने के उद्देश्य से पूरे विश्व में मनाया जाता है।

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विश्व ध्यानदिवस आज,बेहतर स्वास्थ्य में ध्यान की अहम भूमिका के बारे जानकारी बढा़ने के उद्देश्य से पूरे विश्व में मनाया जाता है।
सी एन आइ न्यूज-पुरुषोत्तम जोशी।
प्रतिवर्ष विश्व योगदिवस 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। लेकिन इस दिन से अलग हर साल दिसंबर महीने में एक दिन ध्यान के लिए समर्पित किया गया। विश्व ध्यान दिवस को योग दिवस से अलग मनाने की एक खास वजह है। योग मुद्राओं और सांस नियंत्रण की प्रणाली है, जबकि ध्यान का लक्ष्य मन, शरीर और आत्मा को जोड़ना है। ध्यान योग का हिस्सा है जो मन को शांत करने और एकाग्रता बढ़ाने पर केंद्रित मानसिक अभ्यास है।
हर साल 21 दिसंबर को विश्व भर में World Meditation Day (विश्व ध्यान दिवस) मनाया जाता है और 2025 में भी यह दिन वही संदेश लेकर आया है, ‘शांति का संघर्ष नहीं, अनुभव है।’ हम भौतिक दुनिया में दौड़ रहे हैं जहां समय, लक्ष्य, दौड़ सब कुछ तेज है पर अंदर का मन सुस्त, बेचैन और थका हुआ है। यही वजह है कि 21 दिसंबर जैसे दिनों को सिर्फ तारीख नहीं, माना जाता है।
ऐसा अनुमान है कि दुनिया भर के लगभग ,४० करोड़ लोग ध्यान का अभ्यास करते है ।
विश्व ध्यान दिवस का इतिहास-

इस दिन को मनाने की शुरुआत 2024 से हुई जब संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया है। 21 दिसंबर 2024 से विश्व ध्यान दिवस मनाया जा रहा है।

21 दिसंबर को ही क्यों मनाते हैं ध्यान दिवस-

जैसे योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, जो कि सबसे साल का सबसे लंबा दिन माना जाता है। इसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। उसी तरह ध्यान दिवस 21 दिसंबर को मनाने की भी एक खास वजह है। 21 दिसंबर साल की सबसे लंबी रात होती है और अंधेरे से प्रकाश की ओर बदलाव का प्रतीक है। इस दिन को शीत संक्रांति भी कहते हैं।

ध्यान दिवस क्यों मनाते हैं?

विश्व ध्यान दिवस मनाने के कई कारण है। यह दिन मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर जोर देता है। तनाव, चिंता और बैचेनी का सामना करने के लिए प्रेरित करता है और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है। ध्यान दिवस जीवन की गति धीमी करके अंदर की आवाज सुनने का मौका देता है।

मेडिटेशन का वैज्ञानिक महत्व-

आज ध्यान सिर्फ प्राचीन अभ्यास नहीं रहा बल्कि विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिकों ने इसके फायदों की पुष्टि की है।

  • ध्यान से तनाव कम किया जा सकता है। रिसर्च कहती है ध्यान कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को नियंत्रित करता है।
  • ध्यान लगाने से फोकस बढ़ता है। लगातार ध्यान लगाने से एकाग्रता की अवधि लंबी करता है।
  • इससे भावनात्मक संतुलन बना रहता है। ध्यान भावनाओं को स्थिर बनाता है।
  • नींद गुणवत्ता में सुधार होता है। ध्यान से गहरी नींद का रास्ता खुलता है।
  • ध्यान से ब्लड प्रेशर और दिल की सेहत को सपोर्ट मिलता है। शांत मन का सीधा लाभ स्वास्थ्य पर होता है। ध्यान कैसे करें?

स्टेप 1- शांत स्थान चुनें। मोबाइल साइलेंट पर कर दें और खुद को 10 से 15 मिनट का समय दें।  स्टेप 2- ध्यान लगाने के लिए किसी आसन की आवश्यकता नहीं है। बैठकर या लेट कर जैसे भी सहज हो, ध्यान लगाएं। बस रीढ़ सीधी और कंधे ढीले रखें। स्टेप 3- श्वास पर ध्यान लगाएं। सांस अंदर और बाहर लेनी है। यही ध्यान का अभ्यास है।

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