भीमराव अंबेडकर जयंती पर न्याय को लेकर वृद्ध महिला और पुत्र का अनोखा प्रदर्शन

भीमराव अंबेडकर जयंती पर न्याय को लेकर वृद्ध महिला और पुत्र का अनोखा प्रदर्शन
गरियाबंद /छुरा :- संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती के अवसर पर अपनी दादी एवं अपने युवावस्था में स्वर्गवासी बेटे की मठ को जो बर्बरता पूर्वक तोड़ दिया गया एवं परिवार वालों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया उसके साथ ही साथ जाति सूचक गाली के साथ अपशब्दों का का प्रयोग किया गया। उस विषय में न्याय की मांग को लेकर बाबा भीमराव अंबेडकर जी की फोटो के साथ बिना चप्पल नंगे पांव के 70 वर्षीय टीवी बीमारी से ग्रसित ओम बाई बघेल एवं उसके सुपुत्र दिलीप बघेल के द्वारा अपने घर से थाने तक पैदल मार्च किया गया एवं थाना प्रभारी को बाबा साहब अंबेडकर की फोटो के साथ-साथ गुलाब का फूल भी भेंट किया गया और बताया गया कि हम शांति से जीवन व्यतीत करने वाले समाज हैं हम अपने न्याय के लिए माँग करने आये है और हमें न्याय दिया जावे। इस हेतु निवेदन किया गया,ये कोई नया मामला नहीं है ऐसे न्याय पाने के लिए भटकते मजबूर होकर प्रदर्शन करते नजर आते हैं।चुंकि लोकतंत्र में न्याय पाने का सभी को अधिकार है लेकिन समय के साथ कई मजबूर और गरीब तबके के लोगों की आवाज दब जाती है। प्रशासन और न्यायपालिका में ऐसे हजारों लाखों की संख्या में केस की फाइल आज भी धुल खा रही है उन्हें आज भी न्यायिक जवाब का इंतजार है।
भूपेन्द्र सिन्हा की रिपोर्ट।