जिम्मेदारों ने नहीं सुनी फरियाद तो अर्थ व श्रमदान कर ग्रामीण बना रहे सड़क

जिम्मेदारों ने नहीं सुनी फरियाद तो अर्थ व श्रमदान कर ग्रामीण बना रहे सड़क
सुरेंद्र मिश्रा जिला ब्यूरो
बिलासपुर कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत परसापानी मे बच्चे युवा और बुजुर्ग सभी कर रहे हैं श्रमदान जल्द बन जाएगी सड़क
बरसात के मौसम में परसापानी से पहाड़ पारा मोहल्ला तक तीन किलोमीटर सड़क की ग्रामीणों ने की भराई -अपने अपने घर से एक हजार रुपये दिए सड़क के लिए जिम्मेदारों ने नहीं सुनी फरियाद तो अर्थ व श्रमदान कर ग्रामीण बना रहे सड़क
हौसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे, तुझे तेरा मुकाम मिल जाएगा। इसे चरितार्थ कर रहे परसापानी पंचायत के पहाड़ पारा मोहल्ला के लोग। भीषण गर्मी के बीच अर्थ और श्रम दान कर ग्रामीण खुद सड़क बनाने में जुटे हैं बारिश के दिनों में लोगों का गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता था। पदाधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों तक से गुहार लगाने के बाद भी सड़क नहीं बनी। थक-हारकर ग्रामीण खुद सड़क निर्माण करने की ठान ली। सड़क पर मिट्टी तो ग्रामीण अपने खेतों से डाले , लेकिन उस पर ईट के टुकड़े व मुरुम डालने में खर्च होने वाले पचास हजार रुपये आपस में चंदा कर इकट्ठा किए हैं।
ग्रामीण बुधन तिर्की समेलाल कुजूर मंगरु टोप्पो संतोष खलखो अजय खलको अलमुन कुजूर सोमर साय जैस्वंत बिजय सुरेश संजय बताते हैं,मंगलवार को गाव में श्रमदान से सड़क बनाने के लिए आपस में बैठक की गई। बैठक में तय किया गया कि ग्रामीण अपने अपने खेतों से मिट्टी काटकर स्वयं सड़क में भरेंगे। सोमवार से सड़क का निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया गया। ग्रामीण बताते हैं,
परसापानी से पहाड़ पारा मोहल्ला तक करीब दो से तीन किलोमीटर सड़क की भराई होनी है। इस पर मोहल्ला वालों को करीब 50000 हजार खर्च करना पड़ रहा है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी श्रमदान कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही गांव तक सड़क बन जाएगी और फिर ग्रामीणों को बारिश के दिनों में परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी।

एक ग्रामीण युवा ने नाम न बताने की शर्त पर बताया की ग्राम पंचायत सरपंच पंचो की तो स्वयं के आसपास का निजी हित हो ऐसा काम कराने में आगे रहते हैं किंतु जो निहायती जरुरी काम हो वह नहीं करते हम लोग गुहार लगा लगा कर थक गए तो खुद ही बच्चे बड़े बूढ़े मिलकर सड़क निर्माण कर रहे हैं पंचायत प्रतिनिधि तो केवल अपने फायदे का काम करते हैं घटिया सीसी रोड निर्माण इसका उदाहरण है।