सेक्टर बसना के प्रधान पाठक,जाति प्रमाण पत्र प्रभारी व स्मार्ट टीचर का बैठक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसना में आयोजित हुआ

कुंजराम यादव बसना रिपोर्टर
जाति प्रमाण पत्र,परख सर्वेक्षण,अपार आईडी,यूडाइस प्लस,विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन,नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा आदि हेतु चर्चा किया गया
विकासखण्ड स्रोत समन्वयक बसना द्वारा शिक्षकों को जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए
विकासखंड बसना के विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने हेतु संकुल केंद्र बसना अ,बसना,रसोड़ा,कोलिहादेवरी,बंसुला के प्रधान पाठक,जाति प्रमाण पत्र प्रभारी व स्मार्ट टीचर का बैठक विकास खंड स्रोत समन्वयक डॉ.पूर्णानंद मिश्रा के मार्गदर्शन में बसना अ के संकुल समन्वयक त्रिकांत बाघ के नेतृत्व में प्राचार्य सुरेश पटेल के अध्यक्षता में,विकासखंड बसना परख सहसंयोजक प्रेमचन्द साव के उपस्थिति में सेक्टर बसना के अंतर्गत आने वाले सभी प्रधान पाठकों,स्मार्ट टीचर एवं जाति प्रमाण पत्र प्रभारी शिक्षकों का आवश्यक बैठक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसना में आयोजित हुआ। बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु लगने वाले आवश्यक दस्तावेजों के बारे एवं फार्म भरते समय आने वाले कठिनाइयों का समाधान व जाति प्रमाण पत्र के लाभ को बताते हुए विकासखंड स्रोत समन्वयक डॉ.पूर्णानंद मिश्रा ने कहा कि भारतीय संविधान के तहत पिछड़ी जाति के लोगों को मिलने वाले विशेष लाभों,अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति,अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों,स्कूलों और कॉलेजों में दाखिले,छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाओं में आरक्षण,सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए वित्तीय सहायता,आवास,स्वास्थ्य सेवा लाभ,शिक्षा नामांकन,प्रवेश परीक्षाओं,नौकरियों,राज्य सब्सिडी और अनुदान में लाभ पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र आवश्यक होता है।आगे उन्होंने बसना में चलाए जा शैक्षिक गतिविधियों के बारे में कहा कि नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा,प्रयास व अन्य प्रतियोगी परीक्षा,अपार आईडी,यूडाइस का कार्य,स्मार्ट टीचर,साउण्ड सिस्टम से प्रार्थना सभा,स्वप्रेरित होकर गणवेश धारण,निर्धारित समय पर शासकीय आदेशों का पालन करने,शैक्षिक गतिविधियों का विडियो व आडियो क्लीप तैयार करने,समय नियोजन करके बच्चों का अध्ययन-अध्यापन,शिक्षकों की उपस्थिति,शिक्षक डायरी भरने,शासन द्वारा निर्धारित समय में हर माह इकाई परीक्षा आयोजित करने,शिक्षकों की उपस्थिति, शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार अध्यापन आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। प्राचार्य सुरेश पटेल ने कहा कि शिक्षकों को संबंधित छात्रों के पालकों से सम्पर्क कर जाति प्रमाण पत्र बनाने में सहयोग ले सकते हैं। विकासखंड बसना के परख सर्वेक्षण 2024 के सहसंयोजक प्रेमचन्द साव ने कहा कि पूर्णानंद मिश्रा के नेतृत्व में शिक्षकों द्वारा शिक्षा में किए जा विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों से बसना का जिले एवं राज्य में एक अलग पहचान बना है। परख सर्वेक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख के अंतर्गत नवीन शिक्षा नीति के लक्ष्यों के अनुरूप कक्षा तीसरी,छठवीं एवं नवमीं में आधारभूत प्रारंभिक एवं मध्य चरणों के अंत में छात्र -छात्राओं की दक्षता का आकलन किया जाना है।इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण की तिथि 4 दिसंबर 2024 को निर्धारित किया गया है, जिसके तहत् विकासखंड बसना में परख अभ्यास टेस्ट का आयोजन 25 और 29 नवंबर को किया जाना है। इसके लिए शासन के निर्देशानुसार प्रतिदिन परीक्षा पूर्व तैयारी हेतु नियमित रूप से अभ्यास करवाया जा रहा है।बच्चों के शैक्षणिक विकास व गुणवत्ता बढ़ाने में नवाचार शिक्षण का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।शिक्षण कार्य में प्रत्येक छात्र-छात्रा का सीखने का तरीका अलग-अलग होता है। इसलिए हम प्रत्येक छात्र को उसकी रुचियों और क्षमता के आधार पर अध्यापन कार्य कराना चाहिए।इस बैठक में बसना अ के समन्वयक त्रिकांत बाघ,बसना के सुरेश प्रधान,कोलिहादेवरी के सुरेश नंद,रसोड़ा के संतराम बंजारा,जमदरहा के समन्वयक डिजेन्द्र कुर्रे,राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख के विकासखण्ड सहसंयोजक प्रेमचन्द साव,बसना अ संकुल केंद्र से नमिता मिश्रा,रत्ना कर,लिलेन्द्री ताण्डी,बंसुला से गीतांजलि नाग,दिनेश डड़सेना,प्रवीर बेहरा,मीना सहारे,चंद्रपाल पटेल,कौशल बेहरा बसना संकुल से देवकी साहू,चंचला सतपथी,सरविंद सिदार,संकुल केंद्र रसोड़ा से शिवचरण सामल,बसंत कुमार,जौशिक कुमार सामल,भरत लाल चौहान,अनिता भोई,श्रद्धावती कैवर्त,लता यादव,सस्मिता साहू, संकुल केंद्र कोलिहादेवरी से गजेंद्र भोई,लोकनाथ जगत,मेघनाथ जगत,प्रफुल्ल सामल,श्रीमती वंदना नैरोजी,बसंत साहू सहित काफी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थित रही।