पीपल की पूजा करने से होते हैँ, पितृ देव प्रसन्न ।
पितृमोक्ष अमावस्या
पीपल की पूजा करने से होते हैँ, पितृ देव प्रसन्न ।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
पितृ पक्ष का समापन १४ अक्टूबर को अमावस्या तिथि पर होगा ।
इस तिथि पर विधि-विधान से अपने सभी पितरों का श्राद्ध तर्पण कर पितरों को विदा किया जाता है। राजधानी के महादेव घाट सहित अन्य जलाशय पहुंचकर लोग अपने पितरों का तर्पण कर श्राद्ध कर्म करते हैं ।
शाम को मंदिरों में दीप जलाकर सुख -समृद्धि की कामना की जाएगी ।आज के दिन पितृदोष से मुक्ति के लिए भी श्राद्ध किया जाता हैं ।
आज अमावस्या तिथि पितृपक्ष के अंतिम दिवस पर यदि किसी कारणवश पूरे पितृपक्ष पर तर्पण नहीं कर पाए हैं, वे लोग पितृमोक्ष अमावस्या पर तर्पण कर सकते हैं और अपने पितरों के नाम से जरूरतमंद लोगों को दान कर सकते हैं ।