जिला ब्यूरो सुरेंद्र मिश्रा
बिलासपुर -बेलगहना तहसील क्षेत्र के अरपा नदी में हो रहे अवैध रेत खनन के मामले में CNI न्यूज़ की खबर का बड़ा असर सामने आया है। मंगलवार को बेलगहना तहसीलदार डी.के.कोशले ने छापा मार कार्रवाई करते हुए 2 रेत से भरे वाहन,7 ट्रेक्टर डंप रेत को जप्ती कार्यवाही की गई बुधवार शाम के बीच अवैध रेत खनन और परिवहन की शिकायत मिलने पर अधिकारी जांच के लिए अरपा नदी के घाटों पर पहुंचे।यहां रेत से भरी एक भी ट्रैक्टर-ट्रॉली उनके हाथ नहीं लग सकी।
रेत माफियाओं को रहती है पल पल की खबर आखिर कौन देता है यह खबर तहसीलदार के घाट से निकलकर बरर से आगे निकलते ही रेत घाट पर पहुंचे ट्रेक्टर वहीं हाइवा देर शाम तक आसपास छिपे खडे रहे ऐसे में सवाल यह उठता है की क्या विभाग की हरपल की खबर आखिर रेत माफियाओ तक पहुंचती कैसे अब तो अधिकारीयों को रात में भी दबिश देने की आवश्यकता दिखाई पड़ रही
है बेलगहना के समीप स्थित
खोंगसरा,आमागोहन,भस्को, पहंदा,कोनचरा,नगपुरा, चारपारा ( बरभाठा) छतौना,सोढ़ाखुर्द रतखंडी गांव में अवैध खनन से प्रतिदिन 150-200 से ज्यादा ट्रॉली भर रहे अरपा नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही है। अधिकारियों और ग्रामीणों के अनुसार यहां से बह रही अरपा नदी से अवैध खनन कर प्रति दिन 150-200 से ज्यादा ट्राली रेत निकाली जाती है।

सामने आए ये आंकड़े सही है तो करीब 500 घन मीटर रेत का अवैध खनन प्रतिदिन हो रहा है। यानी कि ₹ 120 प्रति घन मीटर की रॉयल्टी के हिसाब से शासन को 60 से ₹ 70 हजार रुपए प्रतिदिन का चूना लग रहा है। यही कारण है कि कोटा बेलगहना के अधिकारी लगातार कार्रवाई के मूड में दिखाई दे रहे हैं।
बेलगहना तहसीलदार डी.के.कोशले ने बताया की रेत खदानों की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अरपा नदी से रेत खनन और परिवहन की मिल रही शिकायत सभी रेत खदानों की वैधता समाप्त हो चुकी है.ऐसे में क्षेत्र के रेत खदानों में रेत का अवैध खनन और परिवहन करते पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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