राष्ट्रीय संत सम्मेलन साँकर दाहरा डोंगरगांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उपस्थिति में संत श्री राम बालक दास जी ने उठाये ज्वलंत विषय
सी एन आई न्यूज़ से संजू महाजन
30 सितंबर
शंकराचार्य आत्मानंद सरस्वती जी के चातुर्मास समापन समारोह के अवसर पर आयोजित साकर दाहरा डोंगरगांव में राष्ट्रीय संत सम्मेलन के मंच पर उज्जैन ,नासिक, वृंदावन ,अयोध्या समेत छत्तीसगढ़ के विभिन्न अखाड़े और मत पंथो के संत पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी संतों से आशीर्वाद लेने पहुंचे इस अवसर पर सभी संतो ने मंच को संबोधित किया छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत श्री राम बालक दास महात्यागी जी ने अपने 15 मिनट के उद्बोधन में सभा को झकझोंरते हुए कहा की धर्म दंड सदा राजतंत्र के ऊपर रहा है भारतवर्ष की परंपरा के अनुसार सदा से राजनीति ने धर्म गुरुओं का सम्मान ही किया है आज इस परंपरा का निर्वहन मुख्यमंत्री भी कर रहे हैं गोधन न्याय योजना पर संत श्री ने कहा कि गोधन को न्याय तब मिलेगा जब छत्तीसगढ़ में प्रत्येक गाय को 30 रु प्रतिदिन राज्य सरकार प्रदान करेगी एवं 5 रु किलो में पशु आहार मिलना प्रारंभ होगा तभी गोवंश भी बचेगा छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में सनातन विरोधी गतिविधि चलाने वाले और भोले भाले आदिवासी समाज के लोगों को भड़काने वालों को भी दंडित किया जाए यह मांग भी संत श्री ने रखी साथ ही छत्तीसगढ़ में जितने मठ मंदिरों को भू अधिकार पट्टा नहीं मिला है उन्हें भू अधिकार पट्टा प्रदान किया जाए,,
राष्ट्रीय संत सम्मेलन को सभी संतों एवं विभिन्न मत के धर्माचार्यों ने भी संबोधित किया और सभा के अंत में मुख्यमंत्री ने भी सभा को संबोधित किया इस अवसर पर ,,पाटेश्वर संस्कार वाहिनी ,, के लगभग 500 कार्यकर्ता बंधु माताओ ने उपस्थिति दी