सवाल : शराब की ओवर रेट बिक्री पर कब लगेगी लगाम ? अधिकारियों पर उठ रही ऊंगली!
लगातार तिल्दा नेवरा शहर एवं ग्राम पंचायत टंडवा के शासकीय शराब दुकान चल रहा है ओवर रेट का खेल
ओवर रेट चलाने के लिए गिरोह हुआ सक्रिय,ब्लैकलिस्टेड कर्मचारियों का दबदबा ,
C N I News से अजय नेताम की रिपोर्ट
तिल्दा-नेवरा। शराब के ओवर रेट पर आखिरकार किसकी संरक्षण है, जिसके चलते क्षेत्र में शराब की ओवर रेट बिक्री जोरों पर है । संबंधित विभागीय अधिकारी एक तरफ ओवर रेट की शराब बिक्री पर कार्यवाही का दंभ भरता है । लेकिन कार्यवाही के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है , तिल्दा-नेवरा शहर एवम समीप के ग्राम में लगातार ओवर रेट में खुलेआम शराब बिक्री का मामला सामने आ रहा है । इससे संबंधित विभाग की मिली भगत साफ नजर आ रहा है । सूत्रों का माने तो शराब की ओवर रेट बिक्री के लिए गिरोह कार्य कर रही है जो शहर के सफेदपोश लोगों के साथ साठ गाँठ कर के आम आदमी जो दिन भर मेहनत मजदूरी करके अपनी थकान मिटाने के लिये शराब खरीदने जाते है उनकी मेहनत की कमाई का एक हिस्सा इन दलालो के द्वारा लूट लिया जा रहा है । तिल्दा क्षेत्र में रोजाना लाखों रुपए के वारे न्यारे किया जा रहा हैं । वहीं विभागीय अधिकारी कमीशनखोरी के चलते मौन धारण किये हुए हैं। चुंकि लगातार टंडवा के बावजूद आबकारी विभाग के द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं होना इस ओर इशारा कर रहा है । कहा जा रहा है कि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास यह विभाग होने से उनके छबि धुमिल किया जा रहा। नाम नहीं छापने के शर्त पर शराब दुकान के कार्यरत एक व्यक्ति ने बताया कि हम लोगों के ऊपर भी बहुत सारे दबाव रहते हैं जिसके चलते ना चाहते हुए भी हम लोगों को ओवर रेट में शराब बेचना पड़ता है ,जो ओवर रेट का कार्य करवाता है वह रात को 10:00 बजे दुकान बंद होने के बाद पैसा लेने के लिए आता है और पूरा हिसाब करवा कर पैसा ले जाता है और बदनाम हम लोग होते हैं कि शराब दुकान वाले ओवर रेट चल रहे हैं जबकि ऐसा नहीं हम लोगों के भी हाथ बंधे हुए हैं अगर हम ओवर रेट नहीं चलाते हैं तो ऊपर से दबाव डालकर हमारे काम को बंद करवाने की धमकी दिया जाता है आखिर यह कौन सा गैंग है जो शहर में आकर खुले आम शराब के ओवर रेट में बिक्री कर रहा है आखिर ऐसा कौन सा सेटिंग है इनका जिस अधिकारी से लेकर कर्मचारी और सफेदपोश , शराब दुकान के सेल्समैन तक दबे हुए हैं। लोगों का मानना है शहर के सक्रिय राजनीति में रहने वाले लोग या तो आंख बंद कर दिए हैं या फिर उनके मिली भगत से यह गोरख धंधा का खेल जोरों पर है । अब देखना या होगा कि कब आबकारी विभाग की नींद खुलती है और कब कार्यवाही होती है जो गिरोह बनाकर शराब की ओवर रेटिंग में बिक्री करवा रहे हैं।