चातुर्मास्य पश्चात पुरी शंकराचार्यजी का प्रवास कार्यक्रम आज से

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अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

जगन्नाथपुरी – ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर एवं हिन्दू राष्ट्र निर्माण के पथप्रदर्शक अनन्तश्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी महाराज प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के उपरान्त श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी में ही चातुर्मास्य व्रत करते हैं तथा इस अवधि में राष्ट्रोत्कर्ष अभियान अंतर्गत राष्ट्रव्यापी प्रवास कार्यक्रम विराम रहता है। चातुर्मास्य पश्चात यह प्रवास कार्यक्रम निरन्तर जारी रहता है , इसी परिपेक्ष्य में प्रथम प्रवास कार्यक्रम आज 18 सितम्बर 2024 बुधवार से आरम्भ हो रहा है। आज अपरान्ह दो बजे श्रीगोर्द्धनमठ से प्रस्थान कर श्रीगोवर्द्धन गोशाला , पंचवटी आश्रम , जीराकंडी ( चांदीपुर) पहुंचकर धर्मसभा में आध्यात्मिक संदेश प्रदान करेंगे तत्पश्चात वहां से समुद्र आरती के पूर्व भगवती बतमंगला देवी की पूजा अर्चना , दर्शन कर स्वर्गदार पुरी में समुद्र आरती आयोजन के पश्चात वापस श्रीगोवर्द्धनमठ पहुंचेंगे। राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के प्रथम चरण में पुरी शंकराचार्यजी का कोलकता प्रवास होगा। पश्चिम बंगाल से 21 सितम्बर को प्रस्थान कर 22 सितम्बर को दसदिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। राजधानी रायपुर रावाभांठा स्थित शंकराचार्य आश्रम , श्री सुदर्शन संस्थानम् में 22 सितम्बर से 26 सितम्बर तक निवासरत रहेंगे। रायपुर पश्चात 26 सितम्बर रात्रि में रेलमार्ग द्वारा अम्बिकापुर प्रस्थान होगा। वहां 29 सितम्बर तक सनातनी भक्त वृन्द निर्धारित समय में दर्शन , दीक्षा , संगोष्ठी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अम्बिकापुर से 29 सितम्बर रात्रि में प्रस्थान कर 30 सितम्बर प्रात: न्यायधानी बिलासपुर पहुंचकर 01 अक्टूबर तक निवासरत रहेंगे। यहां आयोजित सभी कार्यक्रमों की समाप्ति पश्चात दो अक्टूबर को राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के अगले चरण के लिये प्रस्थान करेंगे। गौरतलब है कि पुरी शंकराचार्यजी के हिन्दू राष्ट्र निर्माण यात्रा कार्यक्रम के प्रात:कालीन सत्र में पूर्वान्ह लगभग साढ़े ग्यारह बजे से दर्शन , दीक्षा , संगोष्ठी आयोजित होता है तथा सायं छह बजे दर्शन लाभ , संगोष्ठी का पुन: सुअवसर प्राप्त होता है। सामान्यत: धर्मसभा का आयोजन सायं पांच बजे आरम्भ होता है , उपरोक्तानुसार समयों मे परिस्थिति अनुसार परिवर्तन सम्भावित रहता है जिसकी पृथक सूचना प्रसारित किया जाता है। धर्मसंघ पीठपरिषद् , आदित्यवाहिनी – आनन्दवाहिनी छत्तीसगढ़ इकाई ने उपरोक्त कार्यक्रमों में सभी सनतनी भक्त वृन्द को सपरिवार – इष्ट मित्रों के साथ उपस्थित रहकर हिन्दू राष्ट्र निर्माण तथा भव्य भारत की संरचना जैसे पुण्य कार्य में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की है। इसकी जानकारी श्रीसुदर्शन संस्थानम् , पुरी शंकराचार्य आश्रम / मीडिया प्रभारी अरविन्द तिवारी ने दी।

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