रिपोर्ट करने वाले प्रार्थी पर ही पुलिस ने बनाया दबाव…कार्रवाई कर जेल भेजने दी धमकी, आहत प्रार्थी ने खाया जहर हालत खराब बिलासपुर से हुआ रायपुर रिफर

0

सुरेंद्र मिश्रा जिला ब्यूरो बिलासपुर
बिलासपुर =बेलगहना चौकी क्षेत्र में हुई मारपीट की घटना में घायल ने आरोपियों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की, जिसकी रिपोर्ट तो दर्ज की गई लेकिन उससे पैसों की मांग की गई और पैसे नही देने पर उल्टे उस पर ही कार्रवाई कर जेल भेजने की धमकी दी गई। मामले में नया मोड़ तब आया जब प्रार्थी ने इस प्रताड़ना से त्रस्त होकर अपने घर में चूहा मारने की दवाई खा लिया, जिसे गंभीर हालत में सिम्स में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी गंभीर हालत के मद्देनजर उसे एम्स रायपुर रिफर कर दिया गया है। मामले में परिजनों ने बेलगहना चौकी के एक पुलिस कर्मी पर अवैध उगाही और प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार कोटा थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत पंडरापथरा पैनारा मोहल्ला निवासी बिहारी प्रजापति राजमिस्त्री हैं। जो 09 जून को काम करने के लिए कूपाबांधा गया था। जहाँ काम खत्म कर वह अपने साथियों शिवचरण जगत और कृष्णा के साथ घर आ रहा था, कूपाबांधा गांव में ही नाले के पास दारसागर में रहने वाला अशोक यादव और राजकुमार पोर्ते ने राजमिस्त्री की बाइक को रोककर गाली-गलौज की। इसका विरोध करने पर उन्होंने राजमिस्त्री की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान कृष्णा ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उससे भी मारपीट की गई। सर पर चोट पड़ने से खून से लथपथ घायल राजमिस्त्री ने घटना के बारे में बेलगहना प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष जो की उसी के गांव पंडरा पथरा में रहता है को दी।बेलगहना प्रेस क्लब उपाध्यक्ष ने आनन फानन में बेलगहना चौकी प्रभारी विवेक पाण्डेय को फोन कर सूचित किया जिसमें चौकी प्रभारी द्वारा घायल युवक को चौकी भेजनें की बात कही गई पर जानकारी दी जिस की शिकायत पर प्रार्थी को तत्काल मुलाहिजा कार्यवाही के लिए विवेचक द्वारा भेज दिया गया।चौकी में मौजूद प्रधान आरक्षक प्रीतम राजपूत ने उनकी शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया। दिनांक 11-6-2024 की सुबह 8से 9 बजे के लगभग प्रधान आरक्षक प्रीतम कराजपूत के द्वारा बिहारी प्रजापति के घर जाकर बिहारी के संबंध में पूछताछ की जिस पर उसके छोटे भाई ने कहा की वह मिस्त्रि काम करने गया है फोन पर बात कराने कहे जाने पर विवेचक को प्राथी बिहारी प्रजापति से बात कराई गयी जहां प्रधान आरक्षक के द्वारा प्रार्थी को तुरंत चौकी आने की बात कही जिस पर प्रार्थी द्वारा कहा गया की काम पर हूं सर 11बजे छुटूंगा तब आता हूं इतना सुन प्रधान आरक्षक द्वारा गाली गलौच करते हुए कहा गया अभी आ नहीं तो तेरे पूरे परिवार को चौकी में बैठा दूंगा वहीं प्रार्थी ज़ब चौकी पहुंचा तब विवेचक द्वारा प्रार्थी का चूड़ा उतरवाकर और एक डंडे का नाप लेते हुए गाली गलौच करते धमकाते हुए प्राथी को जेल भेजनें की धमकी देकर भगा दिया डरे सहमे प्रार्थी ने जेल जाने के डर से चूहे मारने की दवा को पेय पदार्थ में मिलाकर सेवन कर लिया जिसकी जानकारी परिजनों को मिलने पर निजी अस्पताल बेलगहना लाया गया खराब हालात देखते हुए उसे सिम्स रिफर किया सिम्स से भी प्रार्थी के खराब हालत को देखते हुए रायपुर रिफर कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने जताया आक्रोश…
मामले में घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है जो बेलगहना चौकी पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे है, जहाँ उन्होंने बताया कि अक्सर मामलो में यहाँ पुलिस पैसों की मांग करती है, प्रार्थियों को ही डराया जाता है और पैसे मंगाए जाते है, ग्रामीणों को कार्रवाई का हवाला देकर अवैध उगाही की जाती है, लेकिन अगर रक्षक ही भक्षक बन जाये तो निराशा और मजबूरी में बेचारे ग्रामीणों को उनकी मांग पूरी करनी पड़ती है, जिसकी शिकायत भी वह कही नही कर पाते, जिसका फायदा कुछ भ्रष्ट वर्दीधारी उठाते है। फ़िलहाल इस मामले में एक व्यक्ति की जान पर बन आई है, वही परिजन और ग्रामीण भी आक्रोशित है जो अब पुलिस के उच्च अधिकारियों तक इसकी शिकायत कर न्याय की उम्मीद कर रहे है।
एएसपी अर्चना झा का कहना है की बिहारीलाल प्रजापति की रिपोर्ट पर चौकी बेलगहना में विधिवत कार्यवाही करते हुए तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विवेचक ने प्रार्थी को भी लड़ाई झगडे से दूर रहने की समझाइश दी थी। सोमवार शाम को पता चला बिहारीलाल प्रजापति ने जहर सेवन कर लिया है. किन कारणों के चलते युवक ने जहर सेवन किया जाँच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।

वहीं एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय का कहना है की आरक्षक द्वारा धमकी देने संबंधि कोई शिकायत नहीं मिली है। युवक ने जहर कब और क्यों खाया है, इस बारे में भी अस्पताल से कोई मेमो नहीं मिला है। यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो इसकी जाँच की जाएगी।

पूरे मामले की जानकारी चौकी प्रभारी को होने के बाद भी मामले में संज्ञान न लेना, और प्रधान आरक्षक को खुली छूट देना कहां तक उचित है क्या होगा इस सिस्टम का जहाँ शिकायत मिलते ही एक आरक्षक को बिना जाँच के लाइन अटैच कर दिया जाता है और वहीं एक प्रधान आरक्षक पर लग रहा इतना बड़ा आरोप क्या प्रधान आरक्षक पर होगी कार्यवाही अथवा मिलेगा अभयदान अधिक जानकारी के लिए बने रहें CNI NEWS के साथ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *