पिथौरा शराब दुकान में झोला झोला दी जा रही है शराब।वायरल वीडियो से उजागर हुई अनियमितता, छत्तीसगढ़ शराब नीति के नियमों की उड़ी धज्जियाँ

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सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर रमेश श्रीवास्तव पिथौरा

पिथौरा– 9 जून 2025: महासमुंद के पिथौरा में देशी और अंग्रेजी शराब दुकान पर एक बार फिर गंभीर अनियमितता का मामला सामने आया है, जिसने राज्य की शराब नीति और इसके नियमों के पालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक सनसनीखेज वीडियो में दावा किया गया है कि पिथौरा की शराब दुकान पर तय मापदंडों और छत्तीसगढ़ आबकारी नीति के नियमों से अधिक कीमत पर शराब बेची जा रही है। वीडियो बनाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता रमेश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि भट्ठी पर बैठे कर्मचारी दलालों के साथ मिलीभगत कर अधिक मात्रा में शराब देते हैं और बदले में प्रति पावा 10 रुपये का अतिरिक्त कमीशन वसूलते हैं। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को 50 से अधिक पव्वा लेते देखा गया, जो छत्तीसगढ़ शराब नीति के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।

छत्तीसगढ़ की आबकारी नीति 2025 के तहत, शराब की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम निर्धारित किए गए हैं। इनमें तय कीमतों का पालन, सीमित मात्रा में शराब की बिक्री, और लाइसेंसधारी दुकानों पर पारदर्शिता सुनिश्चित करना शामिल है। नीति के अनुसार, शराब दुकानों को निर्धारित मूल्य से अधिक पर बिक्री करने और अनधिकृत व्यक्तियों को अत्यधिक मात्रा में शराब देने की सख्त मनाही है। साथ ही, आबकारी विभाग को दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी और नियमों के उल्लंघन की जांच करने का निर्देश है। लेकिन पिथौरा का यह ताजा मामला इन नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाता दिखाई दे रहा है।

रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि भट्ठी कर्मचारी रोजाना तय कीमत से अधिक पर शराब बेचकर लाखों रुपये की अवैध कमाई कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह सब कथित तौर पर स्थानीय अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब कुछ दिन पहले ही अधिक कीमत पर शराब बेचने के गंभीर आरोप में एक प्रभारी आबकारी अधिकारी कोष्ठी को निलंबित किया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब दुकानों पर मिलीभगत का यह खेल लंबे समय से चल रहा है, और नीति के नियमों की अनदेखी से अवैध शराब कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने छत्तीसगढ़ सरकार और आबकारी विभाग से मांग की है कि पिथौरा शराब दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाए, ताकि इस घोटाले की सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने यह भी मांग की कि दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए,

आपको बता दे नई शराब नीति के तहत एक व्यक्ति को सर्वाधिक 24 पव्वा दिया जा सकता है लेकिन शराब तस्कर एक बार में 100 से भी अधिक पव्वा कमीशन दे कर उठा रहे है
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कैमरों की फुटेज की गहन जांच की जाए, तो चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो सकते हैं, जो राज्य में शराब बिक्री के इस अवैध धंधे की गहरी जड़ों को उजागर कर सकते हैं।

छत्तीसगढ़ आबकारी नीति का उद्देश्य शराब बिक्री को नियंत्रित कर राजस्व बढ़ाना और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है, लेकिन पिथौरा का यह मामला नीति के कार्यान्वयन में बड़ी खामियों को दर्शाता है। राज्य सरकार और आबकारी विभाग से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है, ताकि शराब नीति के नियमों का सम्मान हो और जनता का भरोसा बहाल किया जा सके। इस मामले में एडीओ दीपक ठाकुर से उनका पक्ष लेने कॉल किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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