भ्रष्टाचार का खुला खेल: शिवहरे वेयरहाउस में अवैध धान तुलाई, अधिकारियों की मिलीभगत से सीएम हेल्पलाइन कार्रवाई नहीं हुई,भ्रष्टाचारियों को संरक्षण

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जिला सिवनी मध्यप्रदेश
भ्रष्टाचार का खुला खेल: शिवहरे वेयरहाउस में अवैध धान तुलाई, अधिकारियों की मिलीभगत से सीएम हेल्पलाइन कार्रवाई नहीं हुई,भ्रष्टाचारियों को संरक्षण
किसानों के साथ धोखा, लाइसेंस रद्द करो, दोषियों को दंडित करो”
सी एन आई न्यूज सिवनी/लखनादौन: खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग मप्र – मोहगाँव धूमा के शिवहरे वेयरहाउस में किसानों के धान की अवैध तुलाई के मामले में प्रशासन की सुस्ती ने किसानों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। 9 जनवरी 2025 को हुई इस अवैध तुलाई की शिकायत के बावजूद, आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे भ्रष्टाचारियों को संरक्षण मिलने का आरोप लग रहा है।
अवैध तुलाई का चौंकाने वाला खुलासा
लखनादौन के मोहगाँव में स्थित शिवहरे वेयरहाउस में किसानों के धान की अवैध तुलाई का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 9 जनवरी 2025 को हुई तुलाई में निर्धारित वजन से 800 ग्राम से 1 किलोग्राम तक अतिरिक्त धान तौला गया, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ।
अधिकारियों की मिलीभगत और लाइसेंस रद्द करने की मांग
किसानों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत को बिना जांच के बंद कर दिया गया, जिससे प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। किसानों के पास अवैध तुलाई के वीडियो और फोटो जैसे पुख्ता सबूत होने के बावजूद, जिला खाद्यान्न अधिकारी, खरीदी केंद्र के नोडल प्रभारी और संचालक की मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। किसानों ने इन सभी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और वेयरहाउस के लाइसेंस को तत्काल रद्द करने की मांग उठाई है।
किसानों का आक्रोश और न्याय की पुकार:
किसानों का कहना है कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
सरकार की जवाबदेही
सरकार को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करके दोषियों को दंडित करना चाहिए। यह किसानों के हितों की रक्षा करने और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने का समय है।
नियमों की खुली अवहेलना
9 जनवरी 2025 को शिवहरे वेयरहाउस में किसानों के धान की तुलाई के दौरान गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। किसानों ने बताया कि प्रत्येक बोरी में निर्धारित वजन से 800 ग्राम से 1 किलोग्राम तक अतिरिक्त धान तौला गया। कुछ बोरियों का वजन 40.800 किलोग्राम और कुछ का 41.00 किलोग्राम तक पाया गया, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
शिकायत पर कार्रवाई में देरी क्यों?
12 जनवरी 2025 को शिकायत क्रमांक 30523150 के तहत शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सीएम 181 पर शिकायत को बिना किसी ठोस कार्रवाई के बंद कर दिया गया, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने पुनः शिकायत दर्ज कराई है।
कानूनी कार्रवाई की मांग
किसानों ने जिला प्रशासन से इस मामले की गहन जांच कराने और दोषी वेयरहाउस के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई वेयरहाउस निर्धारित वजन से अधिक धान तौलता है, तो यह कानून का उल्लंघन है और इसके लिए दोषी को दंडित किया जाना चाहिए।
नुकसान की भरपाई और भविष्य में रोकथाम की मांग
किसानों ने बताया कि अतिरिक्त धान तौलने से उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि इससे उनकी फसल की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है। किसानों ने नुकसान की भरपाई की मांग की है। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की है।
अतिरिक्त धान तुलाई के प्रमाण
किसानों ने बताया कि उनके पास अतिरिक्त धान तुलाई के वीडियो और फोटो जैसे पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ बोरियों का वजन 40.800 किलोग्राम और कुछ का 41.00 किलोग्राम तक पाया गया, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर सवाल:
किसानों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बावजूद, कोई कार्रवाई नहीं हुई और शिकायत को बिना जांच के बंद कर दिया गया।
किसानों का आंदोलन की चेतावनी:
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने अधिकारों के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेंगे।
जिला ब्यूरो छब्बी लाल कमलेशिया की रिपोर्ट

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