मकर संक्राति पर्व भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग -अलग तरीके से मनाया जाता है ।

मकर संक्राति पर्व भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग -अलग तरीके से मनाया जाता है ।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
रायपुर -मकर संक्राति पर्व हिन्दूओं का एक महत्वपूर्ण पर्व है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग -अलग तरीके से मनाया जाता है।
आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, केरल में इसे संक्राति और तमिलनाडु में पोंगल पर्व के रूप में मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा में इसे लोहड़ी के रूप में
जाता है।
इस दिन प्रात:जल्दी उठकर तिल का उबटन कर स्नान कर पूजा अर्चना की जाती है।
मकर संक्राति पर सुहागिन महिलाओं द्वारा सुहाग की सामग्री आदान प्रदान करती हैं। मान्यता है कि इससे पति की आयु लंबी होती है।
मकर संक्राति पर्व में पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है।
आज किया गये दान का विशेष महत्व होता है।
राशि के अनुसार दान
मेष-लाल मिर्च, लाल वस्त्र, मसूर दाल ।
वृषभ -सफेद तिल के लड्डू, शक्कर, चांवल ।
मिथुन -मौसमी फल ,हरी सब्जीयां,साबूत मूंग ।
कर्क-निर्धन को यथोचित वस्त्र और घी ।
सिंह -गुड़,शहद,और मूंगफली का दान ।
कन्या – मूंग दाल की खिचड़ी
जरूरत मंदो को खिलाएं।।
तुला-श्वेत वस्त्र ,चांवल,शक्कर ।
वृश्चिक -लाल गर्म कपड़े, मूंगफली, गुड़।
धनु-पीले वस्त्र, बेसन चने की दाल ।
मकर-काले तिल के लड्डू, कंबल ।
कुंभ-सरसों तेल,ऊनी कपड़े, जूते चप्पल ।
मीन-पीली सरसों, चना दाल,मौसमी फल।
मकर संक्राति पर्व में दान पुण्य का विशेष महत्व होता है।