ग्राम पंचायत तेंदुआ में शासकीय जमीन का खरीदी बिक्री का मामला ग्रामीणों ने लगाया अधिकारियों पर संलिप्तता का आरोप।
लोकेशन:– जांजगीर-चांपा।
एंकर:– जांजगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत कुरयारी के आश्रित ग्राम तेंदुआ में शासकीय जमीन का खरीदी बिक्री का बड़ा मामला सामने आया है जहां बीते दिन खसरा नंबर 27 जमीन का सीमांकन करने पहुंचे पटवारी और आर.आई. जिसमें ग्राम तेंदुआ के मालगुजार नीरज तिवारी सहित ग्रामीणों ने सीमांकन पर मौके पर आपत्ति जताई इसके बावजूद भी जबरदस्ती राजस्व विभाग के पटवारी और आर.आई. सीमांकन करने लगे, जब मामला गर्म हुआ तब बड़े मशक्कत के बाद सीमांकन पर रोक लगी, इस दौरान ग्राम तेंदुआ के मालगुजार नीरज तिवारी ने बताया कि खसरा नंबर 27 प्रतिभा पटले और शशिकला केशरवानी के नाम से केवल रिकार्ड में दर्ज है, जबकि यही खसरा नंबर 27 ज़मीन के मूल रिकॉर्ड में शासकीय पट्टेदार बलदेव गाड़ा के नाम से दर्ज है, जहां इस पूरे मामले में आपत्ति जताते हुए नीरज तिवारी ने बताया कि जब तक मामले में न्यायालय की स्पष्ट सुनवाई नहीं हो जाती तब तक इस जमीन का सीमांकन कर किसी के नाम से काबिज़ करवाना गलत है जिस पर हम सभी ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है।
तो दूसरी तरफ जमीन खरीदार के पति रामकिशुन पटले ने बताया की मैंने यह जमीन मेरी पत्नी पत्नि प्रतिभा पटले और शशिकला के नाम से आज से 10 साल पहले कोई गणपद चौहान नामक व्यक्ति से खरीदना बताया गया है। जबकी मजे की बात तो यह है की उससे पूर्व रिकार्ड में खसरा नंबर 27 का यह ज़मीन बलदेव गाड़ा के नाम पर शासकीय पट्टेदार नाम से दर्ज है, साथ ही साथ खरीदार,,, जमीन मालिका बता कर जिस गणपद चौंहान का उल्लेख कर ओ तो ग्राम पंचायत तेंदुआ का मूलनिवासी है ही नही और न ही गांव वाले ऐसे नाम के किसी भी व्यक्ती को जानते है, इससे साफ तौर पर जाहिर हो जाता है की कहीं न कही जमीन खरीदी बिक्री मामले फर्जीवाड़े का मकड़ी जाल फैला हुआ है।
जब मौके पर मौजूद राजस्व विभाग के पटवारी और आर.आई. से मीडिया की टीम ने जानकारी लेनी चाही तो राजस्व विभाग के ये कर्मचारी मीडिया की टीम को किसी भी प्रकार की जानकारी देने से साफ़ इंकार कर दिया है जिससे साफ़ तौर से अंदाजा लगाया जा सकता है की कैसे मामले अधिकारियो की संलिप्तता है।
विक्रम कुमार सूर्यवंशी की रिपोर्ट