सीएम के हाथों राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित हुये हेमंत पटेल
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – आज पंद्रह अगस्त स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर राजधानी स्थित पुलिस परेड लाइन में बलौदाबाजार भाटापारा जिला अंतर्गत आने वाले हथबंध थाना प्रभारी हेमंत पटेल आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हाथों राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किये गये। यह वीरता पदक जिसे गेलेन्ट्री अवार्ड भी कहा जाता है वह अदम्य साहस , शौर्य और वीरता के लिये दिया जाता है। हेमंत पटेल ने अब तक 67 नक्सली आपरेशन मे नेतृत्व किया और हर आपरेशन में उन्होने अपनी बहादूरी , दूरदर्शिता और साहस का परिचय दिया है। यही कारण था कि उन्हें और अधिक जटिल आपरेशन मे शामिल किया जाता रहा और उन्होने अपने उच्चाधिकारियो के विश्वास पर खरा उतरते हुये हर आपरेशन में बेहतर प्रदर्शन किया और सफलता दिलायी। बताते चलें कि हर स्थिति को अपने अनुकूल बनाने में माहिर हेमंत पटेल वर्ष 2013 मे सब इंस्पेक्टर की परीक्षा प्रथम प्रयास में ही चयनित हो गये। इनमें साहस और वीरता कूट-कूट कर भरा था इसलिये जब उनकी पहली पदस्थाना छत्तीसगढ़ के आखिरी छोर और खतरनाक नक्सली क्षेत्र मे हुआ तो भी वे बिना माथे पर शिकन लाये बलरामपुर गये और इस क्षेत्र में सत्रह महीने बिताये। इन सत्रह महीनों में उन्होने अपनी पूरी निष्ठा और काबिलियत से लोगो को पुलिस का जनरक्षक चेहरा दिखाया और यह हेमंत पटेल की ही काबिलियत थी कि बलरामपुर की आम और खास जनता उन पर विश्वास करती थी। उन्होने इस दौरान अनेक जन हितकारी कैम्प लगाकर पुलिस और आम जनता के बीच के फासले को कम करने का सार्थक प्रयास किया। अपनी द्वितीय पदस्थापना धमतरी के बाद जब वे सुकमा आये जहां वे वर्ष 2019 से 2023 तक रहे । इसी दौरान उन्हे सुकमा के डीआरजी भेज्जी में कमांडर के पद पर रहकर नक्सल गश्त अभियान ग्राम भंडार पदर मे नक्सलियो द्वारा लगाये एम्बुश के काऊंटर एम्बुश कर नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा को ढेर किया था। यह आपरेशन उन्होने अपनी जान हथेली पर रख कर किया था। इस आपरेशन में आर या पार की स्थिति थी जिसमे उन्होने अपने अदम्य साहस , मनोबल , शौर्य और त्वरित बुद्धिमतापूर्ण निर्णय से खतरनाक नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा को मार गिराया था। अनेक नक्सली हमलों में शामिल रहने वाले माड़वी हिड़मा के ढेर हो जाने से नक्सली गतिविधियो में कमी आयी। इसी बहादूरी के लिये 26 जनवरी 2024 को उन्हे गेलेन्ट्री अवार्ड के लिये नामित किया गया था जो आज उन्हे राष्ट्रपति की ओर से मुख्यमंत्री के हाथो प्रदान किया गया। वे अपनी इस सफलता और सम्मान का श्रेय अपने माता – पिता , गुरुजनों और अपने चाचाश्री घनश्याम पटेल के बहुमूल्य मार्गदर्शन को देते हैं। अपने ग्यारह साल के पुलिस केरियर में 67 नक्सली आपरेशन सफलता पूर्वक संचालित करने वाले हेमंत पटेल पर आज पूरा महासमुंद जिला गर्व करता है और महासमुंद का गांव खटखटी बसना में तो आज उत्सव का माहौल है जहां उनका जन्म हुआ। सरायपाली का प्राथमिक स्कूल कुटेला में निश्चित ही हेमंत पटेल की शौर्य गाथाओं से बच्चो को प्रेरित किया जायेगा , वही उनके हाईस्कूल शिशु संस्कार केन्द्र महासमुंद में विद्यार्थी अपने सीनीयर हेमंत पटेल पर गर्व करेंगे और बहादूरी के लिये उनका उदाहरण दिया जायेगा। उनकी उच्च शिक्षा जय हिंद कालेज महासमुंद मे हुई है जहां के प्राध्यापक अपने मेधावी शिष्य का उदाहरण अक्सर देते है और ये सभी उन्हे अपनी – अपनी शुभकामनायें लगातार प्रेषित कर रहे हैं।