हरतालिका व्रत है प्यार का, दिल में श्रृद्धा और सच्चे विश्वास का:सुहागन स्त्रीयों ने पति की लंबी आयु और सौभाग्यवती होने की कामना से व्रत रखा ।
हरतालिका व्रत है प्यार का, दिल में श्रृद्धा और सच्चे विश्वास का:सुहागन स्त्रीयों ने पति की लंबी आयु और सौभाग्यवती होने की कामना से व्रत रखा ।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
रायपुर-आज राजधानी रायपुर में 18 सितंबर को हरतालिका तीज का त्योहार मनाया जा रहा है। भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित इस पर्व के मौके पर सुहागिन स्त्रियां और कुंवारी युवतियां उपवास करती हैं। हरतालिका तीज व्रत करके सुहागिनें पति की लंबी आयु और सौभाग्यवती होने की कामना करती हैं। वहीं कुंवारी कन्याएं मनपसंद जीवनसाथी की प्राप्ति की मनोकामना से इस मौके पर माता पार्वती की पूजा करती हैं। हरतालिका तीज को करवाचौथ से भी ज्यादा कठिन व्रत माना जाता है, क्योंकि इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं।
आज डी डी नगर सेक्टर -2 नगर निगम से सेवा निवृत्त दामोदर शर्मा के घर में आसपास की महिलाओं ने फूलहरा(फूलैरा) की सजावट कर बालूरेती से भगवान शंकर जी एवं पार्वती माता की स्थापना कर विधि-विधान से पूजा अर्चना की ।
महिलाएं पूरा दिन अन्न और जल ग्रहण किए बिना रहती हैं ।
तीजा व्रत करने के लिए सभी के मन में बहुत उत्साह दिखा।श्रीमती पुष्पा शर्मा ने बताया ने बताया कि उन्हें यह व्रत रखते रखते 20_25 साल हो गए है. लैकिन आज भी वे उसी श्रृद्धाभाव के साथ माता पार्वती की पूजा करती हैं, रात्रि जागरण कर निर्जला व्रत रखी है । रातभर भजन कीर्तन किया जाता है, वहीं अगले दिन सुबह पूजा के बाद उपवास खोला जाता है।