फर्जी दिव्यांग बनकर दिव्यांगों के लिये आरक्षित पद पर पाई सरकारी नौकरी, हुई जांच कर बर्खास्त करने की मांग
फर्जी दिव्यांग बनकर दिव्यांगों के लिये आरक्षित पद पर पाई सरकारी नौकरी, हुई जांच कर बर्खास्त करने की मांग
राजनांदगांव। सरकारी नौकरी पाने की होड़ में हर हद पार कर कुछ बेरोजगार अपना स्वार्थ पूर्ण करने में सफल हो रहे है। फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी पाने वालों की लंबी सूचि है वैसे ही अब दिव्यांग होने का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी पाने वालों की भी पोल खुल रही है।
एक मामला जिले का ही है, जहां एक शिक्षक ने भी दिव्यांग बनकर फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर अब सरकारी नौकरी पाने में सफल हो चूका है, जिसकी लिखित शिकायत छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन ने की है।
पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाॅल ने बताया कि, जिले में कई बेरोजगार जो दिव्यांग होने का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी कर रहे है, जिसमें से एक राजनांदगांव शहर के भरकापारा स्थित प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक, जिसने दिव्यांग होने का दो फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी पाने में सफल हो चूका है, अब इस दिव्यांग शिक्षक की जांच राज्य मेडिकल बोर्ड रायपुर और आर्डियोलाॅजिकल जांच कराने और इनके दिव्यांग होने के दोनो प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच कराने संभागिय आयुक्त और संभागिय सहायक संचालक से मांग की गई है, कि यह शिक्षक दिव्यांगता की श्रेणी में आता है अथवा नही और शिकायत सही पाए जाने पर तत्काल इस शिक्षक को बर्खास्त करने की भी मांग की गई है।
जिला ब्यूरो योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट