गौरा-गौरी पर्व -2024 गौरा याने भगवान शिव और गौरी का अर्थ है माता पार्वती का पूजन कर मंगल की कामना।
गौरा-गौरी पर्व -2024 गौरा याने भगवान शिव और गौरी का अर्थ है माता पार्वती का पूजन कर मंगल की कामना।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
रायपुर – छत्तीसगढ़ प्रदेश में गौरा-गौरी पर्व बड़े ही धूमधाम से मंगल कामना के लिए मनाया जाता है।
यह पर्व शिव (गौरा)और माता पार्वती (गौरी) को समर्पित है ।
छत्तीसगढ़ का पारंपरिक यह लोक उत्सव हर वर्ष दीपावली और लक्ष्मी पूजा के बाद मनाया जाता है ।
इस पारंपरिक पूजा में हिन्दू धर्म के सभी लोग उत्साह के साथ सम्मिलित होतें हैं ।
पवित्र मिट्टी से शिव -पार्वती (गौरा-गौरी) की मूर्ति बनाकर ।लकड़ी के आसन में सजाया जाता है,और जूलूस और उत्सव के साथ
विसर्जन किया जाता है।
अश्विनी नगर में आज इस परंपरा का निर्वाह किया गया ।
लोगों ने कुश के सोटें खाकर मंगल कामना और खुशहाली की प्रार्थना की।
छत्तीसगढ़ के इस लोक उत्सव में सभी लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई।