उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम – कुशल प्रशिक्षकों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न

0


राजनांदगांव 30 अगस्त 2024। स्कूल शिक्षा विभाग राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के निर्देशन में जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के जिले में सफल क्रियान्वयन के लिए कुशल प्रशिक्षकों का दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण बीआरसी भवन कौरिनभाटा राजनांदगांव में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन व क्रियान्वयन, स्वयंसेवी शिक्षकों को संकुल स्तर एवं विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण हेतु विकासखंड के मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया गया। जिला स्तरीय प्रशिक्षण उपरांत ब्लाक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजित किया जाएगा। जिला स्तरीय अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ एवं राज्य मिशन प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई। उल्लास प्रवेशिका के सभी पाठों के संबंध में जानकारी दी गई। साक्षरता का संचालन नवाचारी गतिविधियों का प्रयोग करते हुए डिजिटल साक्षरता, आपदा प्रबंधन, कौशल विकास, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता आदि विषयों की जानकारी दी गई।


विकासखंड व संकुल स्तर पर देंगे प्रशिक्षण-
प्रशिक्षण प्राप्त कुशल प्रशिक्षकों द्वारा विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।  विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त संकुल समन्वयक द्वारा संकुल स्तर पर प्रधान पाठक एवं ग्राम प्रभारी को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ग्राम प्रभारी द्वारा स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वयंसेवी शिक्षकों के प्रशिक्षण में ग्राम व वार्ड के सभी स्वयंसेवी शिक्षकों को सम्मिलित कराने हेतु संबंधित विकासखंड शिक्षा कार्यालय निर्देशित किया गया है।
स्वयंसेवी शिक्षकों एवं असाक्षरों का किया गया है चिन्हांकन
कार्यक्रम अंतर्गत जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में असाक्षरों का चिन्हांकन एवं उन्हें पढ़ाने वाले स्वयं सेवी शिक्षकों का चिन्हांकन विकासखंड के सभी ग्राम एवं नगरीय क्षेत्र के वार्डों में सर्वे कर किया गया है। असाक्षरों के चिन्हांकन के दौरान प्रति केन्द्र पढ़ाने वाले स्वयं सेवी शिक्षकों का चिन्हांकन किया गया है।


सभी के लिये शिक्षा है उल्लास
उल्लास नवभारत कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले उन सभी के लिए पढऩे लिखने के अवसर उपलब्ध कराना है, जो किन्हीं कारणें से साक्षरता और संख्या ज्ञान अर्जित नहीं कर पाए। इस संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं के क्रियान्वयन के लिए 01 अप्रैल 2022 से भारत सरकार द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम जिसका लोकप्रिय नाम उल्लास है, प्रारंभ किया गया है, जिसमें प्रौढ़ शिक्षा के सभी पक्ष शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा का विकास है। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता प्रदान किया जाना है। यह कार्यक्रम जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के माध्यम से जिले में क्रियान्वित किया जा रहा है। प्रशिक्षण सत्र के अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी श्रीमती रश्मि सिंह, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री नितिन हिरवानी, एपीसी समग्र शिक्षा श्री प्रणिता शर्मा, श्री आदर्श वासनिक व श्री मनोज मरकाम, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री भगत सिंह ठाकुर उपस्थित थे। प्रशिक्षण में राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स श्रीमती कल्पना पटले, श्री रविंद्र सिंह ठाकुर, श्री देवेश कुमार जैन के द्वारा प्रशिक्षण में जिले के समस्त विकासखंड के कुशल प्रशिक्षकों प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed