मोहला 23 अगस्त 2024। जिला मुख्यालय मोहला में जिला स्तरीय परंपरागत वैद्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ परंपरागत वनऔषधि प्रशिक्षित वैद्य कल्याण संघ के सदस्य एवं वन मंडलाधिकारी मोहला के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। सम्मेलन में वैद्य कन्हैया लाल साहू ने मोहला में उपस्थित सभी वैध की जानकारी एवं उनके द्वारा विभिन्न रोगों के उपचार में प्रयोग की जाने वाली प्रयुक्त जड़ी-बूटीयो के संबंध में जानकारी दी। वैद्य एवं वन के जुड़ाव के संबंध में जानकारी दिया। वन मंडलाधिकारी मोहला ने वन विभाग के विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। एक पेड़ मां के नाम, किसान वृक्ष मित्र संपदा, चक्रीय निधि योजना के संबंध में जानकारी दी। साथ ही बताया कि किसान वृक्ष मित्र योजना में मुख्य वृक्ष के अलावा सतावर, मीठा तुलसी, अश्वगंधा और सर्पगंधा की भी खेती में भी सब्सिडी शासन के द्वारा दी जाती है। सम्मेलन में आए विभिन्न वैद्यों ने सर्प दंश, मधुमेह, हड्डीजोड़, लाकुवा, हाइ ब्लड प्रेशर तथा अन्य रोगों के उपचार तथा उनमें प्रयुक्त होने वाली जड़ी-बूटीयो के संबंध में जानकारी दी।
        उपवनमंडल अधिकारी मोहला ने मोहला जिला में लघु वनोपज संग्रहण एवं जिला मोहला में बहुतायत में पाए जाने वाले जड़ी-बूटी सतावर, छुई के संबंध में जानकारी दी। साथ ही लघुवनोपज संघ द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य के संबंध में जानकारी दिया गया। उपवनमंडल अधिकारी मानपुर द्वारा परंपरागत जड़ी-बूटी का हर संभव प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया। सम्मेलन में वन मंडलाधिकारी श्री दिनेश पटेल, वैद्य कन्हैया लाल साहू,  वैद्य कृष्ण मोहन श्रीवास्तव, वैद्य वासुदेव ठाकुर, वैद्य द्वारका यादव, वैद्य रमेश कुमार साहू, वैद्य भगवान सिंह धावड़े, उप वनमंडलाधिकारी मोहला-मानपुर, परिक्षेत्र अधिकारी मोहला, चौकी और दक्षिण मानपुर तथा वनविभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं मोहला, राजनांदगांव के 90 से अधिक वैद्य उपस्थित रहे।

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