विभागीय अमला छोटी मछली पकड़ थपथपा रहे अपनी पीठ, क्या मगरमच्छों को अभयदान मिला हुआ है
जिला ब्यूरो सुरेंद्र मिश्रा
बेलगहना….लगातार अवैध रेत खनन की खबर लगने के बाद क्षेत्र मे कार्यवाही के नाम पर 2 ट्रेक्टर व 7 ट्राली के लगभग रेत जब्त कर राजस्व विभाग अपनी पीठ थपथपा रहा है वहीं रात भर जो हाइवा भर भर कर रेत बिलासपुर पेंड्रा व मध्यप्रदेश की ओर जाना बदस्तूर जारी है। यह तो वहीं बात हुई की छोटी मछलियों को पकड़ कर विभाग मगरमच्छों को अभयदान दे रही है
वही बेलगहना तहसील क्षेत्र के ग्राम से अवैध तरीके से रेता का उत्खनन कर टीपर व हाइवा के माध्यम से मध्य प्रदेश भेजी जा रही है, जिससे स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हैं। पूरा मामला बेलगहना से खोंगसरा, कोनचरा, छतौना धोबघट अमामुड़ा का है,जहां के ग्रामीणों ने बताया कि जुलाई में शासन के सख्त निर्देश के बावजूद अरपा नदी से अवैध रेत उत्खनन करा बिना अनुमति भारी मात्रा में रेत का भंडारण किया है। साथ ही उसने मुख्य मार्ग के रोड किनारे खेत के पीछे रेत का भंडारण किया और धीरे-धीरे ट्रक के माध्यम से रेत की सप्लाई मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कवर्धा बिलासपुर पेंड्रा कर रहा है।
राजनीतिक संरक्षण के गंभीर आरोप…बेलगहना तहसील क्षेत्र के ग्रामीणों का आरोप है कि रेत का अवैध उत्खनन करने वाले व्यक्ति को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। वह खुद को बड़े नेताओं का कार्यकर्ता बताकर ग्रामीणों पर धौंस जमाता है। साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जो भी उसके खिलाफ आवाज उठाता है,उसे किसी न किसी तरीके से चुप करा दिया जाता है। दिन में लेबरों और रात के अंधेरे में मशीनों से रेत का खनन कर भंडारण किया जा रहा है।
अवैध रेत खनन कर भंडारण कर रहे, फिर अफसरों से मिलीभगत कर मध्य प्रदेश भेज रहे रेत
ओवर लोडिंग कर रेत ले जा रहे तस्कर पूरे क्षेत्र में तस्कर बिना कागजात के मोटी रकम लेन-देन कर अवैध रेत चोरी और भंडारण किया जा रहा है। इसमें राजस्व पुलिस सहित खनिज अधिकारियों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग कर बालू ले जाया जा रहा है। इससे शासन को महीने में करोड़ों रुपए की रॉयल्टी का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रेत माफिया पर कार्रवाई नहीं होने से अवैध परिवहन करने वालों के हौसले बुलंद है।
वहीं संबंधित अधिकारी लाखों रुपए का गबन कर रहे हैं।