सुपोषित और स्वस्थ बच्चे के लिए बच्चों के खान-पान और स्वच्छता पर रखें विशेष ध्यान – कलेक्टर

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– कलेक्टर पोट्ठ लईका पहल अभियान के अंतर्गत ग्राम मोहगांव आंगनबाड़ी केन्द्र में पालक चौपाल कार्यक्रम में हुए शामिल
– बच्चों को प्रोटीन, विटामिन, आयरन से भरपूर पौष्टिक आहार दें
– बच्चों के लिए खाना बनाते और खिलाते समय हाथों को ठीक से धोना आवश्यक  
– 29 अगस्त को अपने 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से मुक्ति के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में कृमि नियंत्रण की दवाई एल्बेंडाजॉल अवश्य खिलाएं
राजनांदगांव 24 अगस्त 2024। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल छुरिया विकासखंड के दौरे के दौरान विगत दिवस शुक्रवार को ग्राम मोहगांव के आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचे। कलेक्टर श्री अग्रवाल ग्राम मोहगांव आंगनबाड़ी केन्द्र में पोट्ठ लईका पहल अभियान के तहत चल रहे पालक चौपाल कार्यक्रम में शामिल हुए। जिले में पोट्ठ लईका पहल अभियान नवाचार के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में शिशुवती माताओं, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को पोषण आहार के संबंध में प्रत्येक शुक्रवार को पालक चौपाल आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पोट्ठ लईका पहल अभियान अंतर्गत पालक चौपाल में बच्चों के पालकों को बहुत ही सरल तरीके से अपने बच्चे को अच्छे खान-पान से बच्चों का वजन बढ़ाने और स्वस्थ रखने के संबंध में जानकारी दी। इसके साथ ही स्वच्छता रखने के तरीके भी बताए।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कम वजन वाले बच्चों की जानकारी लेते हुए कहा कि बच्चों के प्रति ध्यान नहीं देने से बच्चे कमजोर हो जाते हैं। बच्चों के खान-पान और स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखने से बच्चे सुपोषित और स्वस्थ रहते है। उन्होंने बच्चों के साथ-साथ शिशुवती माताओं, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को भी पौष्टिक भोजन लेने के लिए कहा और स्वच्छता रखने के तरीके भी बताए। उन्होंने कहा कि बच्चों के वजन में वृद्धि करने के लिए बच्चों के प्रति ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों को दिन भर में 5 से 6 बार थोड़ा-थोड़ा खाना खिलाना चाहिए। चावल-रोटी के साथ ज्यादा मात्रा में हरी सब्जी और दाल खिलाने कहा। बच्चों को प्रोटीन, विटामिन, आयरन से भरपूर खाद्यान्न सामग्री सेवन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए खाना बनाते और खिलाते समय हाथों को ठीक से धोना आवश्यक है। बच्चे बहुत संवेदनशील होते हैं, उन्हें जल्दी से संक्रमण फैल सकता है। बच्चों को संक्रमण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रत्येक 6 माह में कृमि नाशक दवाई एल्बेंडाजोल खिलानी चाहिए। उसके लिए अभियान भी चलाया जाता है, उस समय कृमि नाशक दवाई खिलाना चाहिए। उन्होंने 29 अगस्त को बच्चों के अभिभावकों से अपील की है कि अपने 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृ़मि से मुक्ति के लिए अपने निकटतम आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में कृमि नियंत्रण की दवाई एल्बेंडाजॉल अवश्य खिलाएं।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने गर्भवती महिलाओं से कहा कि उन्हें दो लोगों के लिए पौष्टिक आहार लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो खाना आप खाएंगे, वही बच्चा भी खाएगा, इसलिए बच्चे की अच्छी सेहत को ध्यान में रखते हुए खाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कम खाना खाएंगे तो बच्चा निश्चित तौर पर कमजोर रहेगा। बाद में उसे बहुत सारी समस्याएं आएंगी। ऐसे समय में स्वस्थ बच्चे के लिए पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है। उन्होंने आंगनबाड़ी से मिलने वाला रेडी-टू-ईट का सेवन अवश्य करने कहा। उन्होंने पालक चौपाल में उपस्थित महिलाओं से प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, महतारी वंदन योजना और श्रम विभाग में पंजीयन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए पंजीयन कराने कहा। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरूप्रीत कौर उपस्थित थी।

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