युवा व्यवसायी की गोली मारकर हत्या करने का आरोपी जेल दाखिल
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
अम्बिकापुर – पचास हजार रुपये नगद एवं सोने के जेवर दिये जाने की बात कहने पर गोली मारकर युवा व्यवसायी की हत्या करने के आरोपी को विशेष पुलिस टीम के संयुक्त कार्यवाही से थाना गांधीनगर पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय अम्बिकापुर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल (आईपीएस) ने इस हत्या मामले का खुलासा करते हुये बताया सूचक महेश कुमार केडिया निवासी पटपरिया थाना गांधीनगर ने गत दिवस 20 अगस्त को थाना गांधीनगर आकर गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराया कि सूचक का पुत्र अक्षत अग्रवाल जो वर्तमान में दुकानदारी का काम करता हैं घटना दिनांक बीस अगस्त को शाम छह बजे अपने घर से सफेद रंग की एस्टर कार क्रमांक सी जी/ 10/बी एस / 4184 से बिना कुछ बताये निकला है और वापस घर नही आया है। गुम इंसान अक्षत अग्रवाल अपने साथ मोबाइल रखा हैं जो बंद बता रहा है , सूचक की रिपोर्ट पर गुम इंसान कायम कर गुमशुदा का लगातार पतातलाश किया जा रहा था। पुलिस टीम द्वारा पतातलाश के दौरान गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के उपयोग किये जा रहे मोबाइल नम्बरो के सम्बन्ध में तकनीकी जानकारी प्राप्त कर गुमशुदा के सम्पर्क में रहे संदिग्ध युवक संजीव मण्डल उर्फ भानू कों उसके घर से घेराबंदी कर पकड़कर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के संबंध में पूछताछ किया गया। पूछताछ करने पर उन्होंने आरोपी दिनांक 20 अगस्त को शाम साढ़े छह बजे लगभग गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के साथ उसके हुण्डई एक्सटर में बैठकर ग्राम मेण्ड्रा के पहाड़ घुटरी जंगल में जाकर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के सीने में पिस्टल से तीन गोली मारकर हत्या कर शव को हुण्डई एक्सटर कार में छोड़कर वापस आ जाना बताया। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुये पुलिस टीम द्वारा आरोपी के निशानदेही पर बताये हुये जगह घटनास्थल पर पहुंचकर देखा गया। मौके पर हुण्डई एक्सटर कार क्रमांक सी जी/ 10/ बी एस/ 4184 के ड्रायविंग सीट पर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल का रक्त रंजीत शव पड़ा हुआ था , मामले में मर्ग क्रमांक 83 / 24 धारा 194 बीएनएस कायम कर जांच में लिया गया। विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के संदेही संजीव मण्डल उर्फ भानू को पकड़कर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपना नाम संजीव मण्डल उर्फ भानु उम्र 29 वर्ष निवासी भगवानपुर रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स के बगल में थाना गांधीनगर का होना बताया। आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने बताया कि गुमशुदा अक्षत अग्रवाल द्वारा आरोपी को 50000 रूपये नगद एवं सोने के जेवर दिये जाने की बात कहने पर आरोपी द्वारा मृतक की हत्या कारित करना स्वीकार किया गया। घटनाकारित करने पश्चात मृतक अक्षत अग्रवाल के गले में पहना चैन व हाथ में पहने दो अगुठी को निकाला और पिस्टल वाले थैले को लेकर अपने मोटरसायकल से इंजीनियरिंग कॉलेज के पास गया , जहां झाडी में तीनो बंदुक व गोली को झोला सहित फेंककर नगद रकम व सोने के जेवर को अपने घर के दराज में रखने के बाद आरोपी सो गया। आरोपी द्वारा हत्या की घटनाकारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर अपराध सबूत पाये जाने से मामले में अपराध क्रमांक 489 / 24 धारा 103 बीएनएस. 25 -27 आर्म्स एक्ट ‘का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 03 नग लोहे का देशी पिस्टल 32 नग जिदा राउंड , 03 नग खोखा , 02 नग लोहे का मैगजीन बरामद किया गया। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग हौंडा साइन मोटरसायकल , 500 रुपये के 96 नोट कुल 48000 रूपये एवं 01 नग मोबाइल , मृतक का 02 नग चैन , मृतक का 01 नग ब्रेसलेट , मृतक का 02 नग अंगूठी बरामद किया गया , जबकि शेष रकम खर्च होना बताया गया है। आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है, आरोपी आपराधिक किस्म का युवक है। धारा सदर अपराध सबूत पाये जाने से गांधीनगर पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम द्वारा मामले में अग्रिम जांच विवेचना की जा रही है। इस सम्पर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल , साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख , प्रभारी साइबर रेंज थाना निरीक्षक कलीम खान , स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय , सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह , प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह , गणेश कदम , आरक्षक अनुज जायसवाल , सुयश पैकरा , विकाश मिश्रा , रमेश राजवाड़े , सत्येंद्र दुबे , संजीव चौबे , विकास सिंह , अमित विश्वकर्मा , अरविन्द उपाध्याय , ऋषभ सिंह , उमाशंकर साहू , घनश्याम देवांगन , पंकज लकड़ा , संजय राजवाड़े , आरक्षक साइबर रेंज थाना विवेक किंडो का सराहनीय योगदान रहा।