3 साल पहले बहा था भीमगढ़ का पुल, सांसद और विधायक शुरू तक नहीं करवा पाए निर्माण कार्यविधानसभा चुनाव में भोगना पड़ेगा परिणाम

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जिला सिवनी मध्यप्रदेश

सी. एन. आई. न्यूज सिवनी/
छपारा – आज के ही दिन भीमगढ़ डैम के खोले गए 10 गेटों के पानी से अत्यंत तेज बहाव के चलते भीमगढ़ का पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया था। 3 साल बाद भी अब तक भाजपा के मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह इस पुल का नव निर्माण कार्य शुरू तक नहीं करवा पाए हैं। जिसका परिणाम कुछ महीनो बाद ही संपन्न होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को भोगना पड़ सकता हैं।
उल्लेखनीय है कि 3 वर्ष पूर्व भीमगढ़ डैम डिवीजन के अधिकारियों की लापरवाही के चलते 28 और 29 अगस्त की दरमियानी रात को अचानक 10 गेट पूरी तरह खोल दिए गए थे। जिसके कारण भीमगढ़ ग्राम में बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो गए थे। यही नहीं आधा भीमगढ़ ग्राम डूब गया था। इस बाढ़ में 1 दर्जन से अधिक लोग भी फस गए थे जहां प्रशासन ने एनडीआरएफ और होमगार्ड की मदद से लोगों का रेस्क्यू भी किया था। दूसरे दिन सुबह भीमगढ़ का पुल ताश के पत्तों की तरह नदी में ढहा हुआ दिखाई दिया था।
ना तो पुल बना और ना हुई कार्यवाही
बता दें कि 3 वर्ष पूर्व भीमगढ़ डैम के सभी 10 गेट खोले जाने के चलते सिर्फ 6 वर्ष पहले बना भीमगढ़ का पुल और उद्घाटन होने के पहले ही सुनवारा का पुल भी पूरी तरह बह गया था। इस पूरे मामले ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जांच कमेटी बनाकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की बात कही थी। लेकिन आज तक ना तो पुल बन पाया है और ना ही किसी भी अधिकारी पर कार्यवाही तय हो पाई हैं।


विधानसभा चुनाव में भोगना पड़ेगा परिणाम
बता दें कि पिछले 3 वर्ष से भीमगढ़ पुल बह जाने के चलते आज भी स्कूली छात्र छात्राओं सहित 50 से अधिक ग्रामों के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करने पर मजबूर हैं। लेकिन आज तक क्षेत्र के मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और क्षेत्रीय विधायक राकेश पाल सिंह इस पुल निर्माण कार्य को प्रारंभ तक नहीं करवा पाए हैं। भीमगढ़ पुल के बह जाने के चलते 50 से अधिक ग्रामों का संपर्क पूरी तरह टूट गया हैं। सांसद और विधायक निष्क्रियता और प्रशासन की अनदेखी के चलते मंडला संसदीय क्षेत्र और केवलारी विधानसभा के 50 से अधिक ग्रामों के लोग बड़े जन आंदोलन करने पर मजबूर हैं। वही 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में लोगों के गुस्से का परिणाम भाजपा को केवलारी विधानसभा सीट में भोगना पड़ सकता हैं।
जिला ब्यूरो छब्बी लाल कमलेशिया की रिपोर्ट

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