आईजी रामगोपाल गर्ग ने ली रेंज स्तरीय दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा बैठक
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
दुर्ग – पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग (भापुसे.) के निर्देशन में आज कार्यालय सभागार कक्ष में रेंज स्तरीय दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कुल 320 से अधिक प्रकरणों की क्रमवार समीक्षा की गई , जिसमें दुर्ग के 181 , बालोद के 102 एवं बेमेतरा के 44 प्रकरण शामिल थे। बैठक के दौरान महिला संबंधी अपराध , पॉक्सो एक्ट , हत्या एवं हत्या के प्रयास से संबंधित प्रकरण , एनडीपीएस एक्ट एवं चिटफंड प्रकरणों में दोषमुक्ति के कारणों की गहन समीक्षा की गई। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा दोषसिद्धि की दर बढ़ाने , विवेचना की गुणवत्ता सुधारने तथा अभियोजन के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिये गये। आदतन अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई पर विशेष बल देते हुये पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि ऐसे अपराधी जो बार-बार अपराध कर समाज में भय का वातावरण बनाते हैं , उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जो आदतन अपराधी जमानत पर रिहा है और वे पुनः अपराध कर रहे हैं , उनके विरुद्ध पूर्ववर्ती अपराधों की जमानत निरस्त कराये जाने हेतु न्यायालय में त्वरित पहल की जाये। साथ ही ऐसे अपराधियों की निगरानी को और सशक्त बनाते हुये स्थानीय पुलिस को नियमित रूप से रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये गये। बैठक में संयुक्त संचालक अभियोजन दुर्ग एस.एस. ध्रुव , उप संचालक दुर्ग भीम सिंह राजपूत , उप संचालक बालोद श्रीमती अनुरेखा सिंह , उप संचालक बेमेतरा श्रीमती अर्पणा अग्रवाल , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बेमेतरा श्रीमती ज्योति सिंह , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद श्रीमती मोनिका ठाकुर , उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती बैजन्ती माला तिग्गा , डीएसपी दुर्ग श्रीमती भारती मरकाम , उप निरीक्षक राजकुमार प्रधान , सहायक उप निरीक्षक हेमंत त्रिपाठी , डाटा एंट्री ऑपरेटर श्रीमती तेजस्वी गौतम एवं पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।
