भाजपा सरकार की शिक्षा नीतियों के खिलाफ NSUI ने उठाई आवाज, 10,000 स्कूल बंद करने और शिक्षक भर्ती में देरी को लेकर विरोध

0

मोहम्मद अजहर हनफी ब्यूरो प्रमुख जिला बलौदाबाजार भाटापारा

बलौदाबाजार-भाटापारा (31 मई 2025):- एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विवेक यदु ने भाजपा सरकार की शिक्षा नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। उन्होंने सरकार द्वारा “युक्तिकरण” के नाम पर 10,000 स्कूल बंद करने, 57,000 शिक्षकों की भर्ती में देरी और सीजीटीईटी परिणाम रोके जाने को गंभीर मुद्दा बताया।  

स्कूल बंद करना RTE एक्ट का उल्लंघन: NSUI

यदु ने कहा कि सरकार द्वारा 10,000 स्कूल बंद करना ग्रामीण, आदिवासी और गरीब बच्चों के शिक्षा के अधिकार पर हमला है। उन्होंने सवाल उठाया, *”जब स्कूल ही नहीं होंगे, तो 57,000 शिक्षकों की भर्ती कहाँ होगी? क्या यह मोदी गारंटी का खोखला वादा नहीं है?”* उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम RTE एक्ट और संविधान के अनुच्छेद 21-A का उल्लंघन है, जो हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा का अधिकार देता है।  

57,000 शिक्षक भर्ती में देरी पर सरकार को घेरा

एनएसयूआई ने मांग की कि सरकार 57,000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया तुरंत शुरू करे और इसे पारदर्शी तरीके से पूरा करे। यदु ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया, तो यह युवाओं के साथ धोखा होगा।  

सीजीटीईटी परिणाम रोकने पर युवाओं में रोष

उन्होंने CGCTET परीक्षा के नतीजे एक साल से अधिक समय तक रोके जाने को युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बताया। एनएसयूआई ने मांग की कि सरकार तुरंत परिणाम जारी करे और देरी की जवाबदेही तय करे।  

स्कूलों को बिजली कटौती नोटिस पर नाराजगी

यदु ने सरकारी स्कूलों और आत्मानंद विद्यालयों को बिजली बिल न भरने के कारण नोटिस मिलने की भी निंदा की। उन्होंने पूछा, *”क्या बच्चे बिना पंखे और लाइट के पढ़ाई करेंगे? सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नहीं, बल्कि दिखावा है।”*  

 

NSUI ने साफ कहा कि अगर सरकार ने इन मुद्दों पर जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वह बड़े आंदोलन की तैयारी करेगी।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *