गुरु अर्जन देव जी की शहादत दिवस पर भाटापारा में छबील कार्यक्रम का आयोजन, संगत ने शहीदों के सरताज को किया याद

भाटापारा (मोहम्मद अजहर हनफी): सिख धर्म के पांचवें गुरु, श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत दिवस के अवसर पर आज पूरे विश्वभर में सिख संगतों द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। भाटापारा के गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा द्वारा बब्बू होटल चौक एवं बापू होटल चौक पर *ठंडे शरबत की छबील* लगाकर गुरु जी के बलिदान को याद किया गया।
गुरु अर्जन देव जी का अमर बलिदान
गुरु अर्जन देव जी सिख इतिहास के प्रथम शहीद गुरु हैं, जिन्हें मुगल बादशाह जहांगीर ने अमानवीय यातनाएं देकर शहीद कर दिया था। गुरु जी ने *”तेरा कीया मीठा लागै, हरि नामु पदार्थ नानक मांगै”* के सिद्धांत का पालन करते हुए परमात्मा की रजा में समर्पण का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।
समाजसेवियों ने किया कार्यक्रम में भागीदारी
पूर्व अध्यक्ष पंजाबी युवा समिति *अमरजीत सलूजा* ने बताया कि इस अवसर पर भाटापारा के प्रथम नागरिक *अश्वनी शर्मा* सहित समाज के गणमान्य लोगों ने छबील कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में उपस्थित *बलवंत सिंह सलूजा, राजा गुंबर, सुशील सेठी, गुरमीत गुंबर, हरप्रीत सलूजा, मोहन खालसा* आदि ने गुरु जी के संदेशों को याद किया।
शहादत दिवस का महत्व
इस दिन सिख समुदाय द्वारा गुरु अर्जन देव जी की याद में *शरबत छबील* लगाकर उनके *”सरबत दा भला”* (सभी का कल्याण) के संदेश को फैलाया जाता है। भाटापारा के इस आयोजन में सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर गुरु जी के बलिदान को नमन किया।
समापन:
कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने गुरु अर्जन देव जी की शहादत से प्रेरणा लेते हुए सामाजिक एकता एवं सेवाभाव को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।

