माता पद्मावती के दर्शन के बाद ही पूर्ण होता है तिरुपति बालाजी का दर्शन

माता पद्मावती के दर्शन के बाद ही पूर्ण होता है तिरुपति बालाजी का दर्शन
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
आंध्रप्रदेश -माता पद्मावती का द्रविण शैली में बना यह अत्यंत ही खूबसूरत मंदिर तिरुपति के पास तिरूचनूर में स्थित है, मान्यता है माता पद्मावती के दर्शन के बाद ही तिरूपति बालाजी का
दर्शन पूर्ण होता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी लक्ष्मी एक बार भगवान विष्णु से नाराज होकर पाताल लोक चली गई थी ,तब भगवान विष्णु उनके वियोग में वेंकटा पर ध्यानलिन हो गये थे।कुछ समय पश्चात भगवान विष्णु ने वेंकटेश्वर के रूप में अवतार लिया और माता पद्मावती देवी जो माता लक्ष्मी देवी की अवतार से विवाह किया था।
मंदिर में देवी पद्मावती पद्मासन में विराजित है ।
पद्मावती देवी मंदिर में अनेक देवी -देवताओं की मूर्तियां विराजमान है ।
देवी पद्मावती को बहुत ही दयालु कहा जाता है, और भक्तों की हर मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं ।
मंदिर में दर्शन सुबह 6.30 से शुरू हो जाता है।
