पिथौरा_”ठेकेदार की मनमानी से जल जीवन मिशन का बुरा हाल, आम जनता पेयजल से वंचित”
पिथौरा_”ठेकेदार की मनमानी से जल जीवन मिशन का बुरा हाल, आम जनता पेयजल से वंचित” (समस्या वि. ख. पिथौरा के ग्राम पंचायत लखागढ़ टिकरापारा )
मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन का ग्रामीण क्षेत्रों में बुरा हाल है, 31 मार्च 2024 तक हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाने की मोदी की योजना को पलीता लगाने में पीएचई के भ्रष्ट अधिकारी एवं ठेकेदार कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पीएचई के अधिकारी कछुआ गति से कार्य करने वाले ठेकेदार पर इस कदर मेहरबान है कि अगर यही स्थिति रही तो वर्ष 2026 तक भी विकासखंड के कुछ गांव में पानी नहीं मिल पाएगा ।
जिला महासमुंद वि. ख. पिथौरा के ग्राम पंचायत लखागढ के अधिकारी/कर्मचारी मोहल्ला के लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कछुआ गति से कार्य करने वाला ठेकेदार के कारण जल जीवन मिशन का बुरा हाल है। ठेकेदार महासमुंद का जयंत पिंचा है। कुल 1.41 करोड़ रुपए का उसे टेंडर मिला है।
ठेकेदार अगस्त 2022 की भारी बरसात में पाइप बिछाने का कार्य शुरू किया पाइप बिछाने से गांव के चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ हो गया कई लोग कीचड़ के कारण दोपहिया वाहन से गिरने पड़ने लगे, मुरूम भेज कर समतल करने का काम भी ठेकेदार ने नहीं किया। मुश्किल से एक माह काम किया वह भी आधा अधूरा बिना किसी सर्वे का। जिससे पेट्रोल पंप पीछे स्थित अधिकारी/कर्मचारी कॉलोनी में ठेकेदार ने पाइप ही नहीं बिछाया। उसके बाद ठेकेदार ने साल भर तक काम बंद कर दिया। अगस्त 2023 में टंकी बनाने का काम शुरू किया अक्टूबर 2023 में टंकी बनकर तैयार हो गया उसके बाद ठेकेदार ने फिर से कम बंद कर दिया।
पेय जल के संकट को वर्तमान में समाधान के लिए बोर में प्रेशर पंप डाल कर टेस्टिंग करके पानी आपूर्ति प्रारंभ किया जा सकता है। टंकी बने 06 माह व्यतीत हो जाने के पश्चात भी ठेकेदार कार्य को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है। इस कारण ग्राम पंचायत लाखागढ़ के टिकरापारा मोहल्ला वाशी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। कॉलोनी में ठेकेदार एवम् PHE के कार्यपालन यंत्री पर जबरदस्त आक्रोश है।