अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

मुम्बई – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सौजन्य से आज शाम वानखेड़े स्टेडियम में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की भव्य व चमचमाती कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस प्रतिमा अनावरण समारोह में सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी पत्नी अंजलि , बेटी सारा और बड़े भाई के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस , बीसीसीआई सचिव जय शाह , कोषाध्यक्ष आशीष शेलार सहित बीसीसीआई के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रशंसक भी सचिन – सचिन के नारे लगाते नजर आये। इस प्रतिमा के अनावरण के साथ ही सचिन तेंदुलकर दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गये है जिनकी स्टेडियम में प्रतिमा का अनावरण किया गया है। आपको बता दें इससे पहले पूर्व भारतीय कप्तान कर्नल सीके नायडू हैं , जिनकी तीन स्टेडियम में प्रतिमा का अनावरण किया गया है। जिसमें इंदौर का होलकर स्टेडियम , आंध्रप्रदेश का वाईएसआर स्टेडियम और नागपुर का विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम शामिल है। इसी वानखेड़े स्टेडियम में सचिन ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टेस्ट मैच खेला था। विश्व कप 2023 का 33वां मैच भारत और श्रीलंका के बीच इसी मैदान पर कल गुरुवार को खेला जायेगा। गौरतलब है कि 22 फीट ऊंची यह प्रतिमा महाराष्ट्र के अहमदनगर के रहने वाले प्रतिभाशाली चित्रकार-मूर्तिकार प्रमोद कांबले ने बनाई है। उनके कौशल और समर्पण ने इस प्रतिमा की कल्पना को साकार कर दिया है। इस मूर्तिकला में तेंदुलकर को अपने प्रतिष्ठित क्रिकेट स्ट्रोक्स में से एक लॉफ्टेड शॉट को खेलते हुये दिखाया गया है। यह स्टेडियम के भीतर सचिन तेंदुलकर स्टैंड के निकट है , जो आयोजन स्थल के साथ तेंदुलकर के गहरे संबंध को देखते हुये एक उपयुक्त स्थान है।बताते चलें नवंबर 2013 की बात है, जब तेंदुलकर ने आखिरी बार अपने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने विदाई मैच में भारतीय जर्सी पहनी थी। मुंबई में अगर हम सचिन के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो मुंबई में तेंदुलकर की बल्लेबाजी शानदार रही है। वनडे में उन्होंने 11 मैचों में 41.36 के प्रभावशाली औसत के साथ 455 रन बनाये , जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इस स्थान पर उनका दबदबा अद्वितीय बना हुआ है, मोहम्मद अजहरुद्दीन और विराट कोहली उनसे पीछे हैं। टेस्ट प्रारूप में तेंदुलकर का रिकॉर्ड भी उतना ही शानदार है , जिसमें 10 मैचों में 47.05 की औसत से 847 रन हैं , जिसमें 1996-97 में श्रीलंका के खिलाफ यादगार 148 रन भी शामिल हैं। इसके अलावा विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला इसी स्टेडियम में खेला गया था , जो भारत और श्रीलंका के बीच हुआ था। इस रोमांचक मैच में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीता था। साथ ही सचिन तेंदुलकर के विश्व कप जीतने का ख्वाब पूरा हुआ था। सचिन तेंदुलकर ने इसी वानखेड़े मैदान पर ही अपना 200 वां आखिरी अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 126 रनों से हराया था। वहीं सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में 76 रनों की पारी खेली थी। वहीं अगर हम सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट केरियर पर नजर डालें तो सचिन तेंदुलकर 664 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 48.52 की औसत से 34,357 रनों के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 100 शतक और 164 अर्धशतक जड़े हैं। वह शतकों का शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं , उनके नाम 201 विकेट भी है।सचिन ने 2008-13 तक मुंबई इंडियंस के लिये 06 आईपीएल सीजन खेले हैं। उन्होंने 78 मैचों में 34.84 की औसत से 2334 रन बनाये हैं। सचिन तेंदुलकर के नाम 13 अर्धशतक और एक शतक दर्ज है। उन्होंने 119.82 की स्ट्राइक रेट के साथ 29 छक्के और 295 चौके लगाये हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आईपीएल 2010 में था , उन्होंने तब 15 मैचों में 132.61 की स्ट्राइक रेट से 618 रन बनाये थे। उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 89 था। उन्होंने इस सीजन में ऑरेंज कैप जीती थी।

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