छ.ग. धान बोनस भुगतान हेतु 12000 करोड़ रूपये का प्रावधान ,कृषि उन्नति योजना के तहत दी जाएगी अंतर राशि
छ.ग. धान बोनस भुगतान हेतु 12000 करोड़ रूपये का प्रावधान ,
कृषि उन्नति योजना के तहत दी जाएगी अंतर राशि
बिलासपुर / धान खरीदी अंतर राशि के भुगतान हेतु सदन में आज 12000 करोड़ रूपये का अनुपूरक बजट का प्रावधान किया गया। किसानों से ख़रीदे गए धान की अंतर राशि का भुगतान हेतु कृषि उन्नति योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति क्विंटल 917 रु. धान बोनस के रूप में भुगतान किया जाएगा।
3100 रु. में की गई है धान खरीदी
राज्य सरकार ने किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रु. के भाव से धान की खरीदी की गई है। राज्य सरकार वर्तमान में किसानों को प्रति क्विंटल 2183 रु. भुगतान है। प्रति क्विंटल 917 रु. की अंतर राशि को कृषि उन्नति योजना के तहत किसानों को भुगतान की जाएगी। राज्य सरकार ने मोदी गारंटी के तहत किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रु. के भाव से धान खरीदी करने का वादा किया था।
कृषि उन्नति योजना के तहत होगा भुगतान
राज्य में धान खरीदी की अंतर राशि को भुगतान करने के लिए कृषि उन्नति योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत ही किसानों से 3100 रु. के भाव से धान की खरीदी की गई है। प्रति क्विंटल वर्तमान में 2183 रु. वर्तमान में किसानों के खाते में जमा किया जा रहा है वहीँ 917 रु. की अंतर राशि को अनुपूरक बजट में 12000 करोड़ रूपये के प्रावधान होने के बाद अब शीघ्र जारी की जाएगी।
एकमुश्त मिलेगी बोनस राशि
मुख्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कई सभाओं को सम्बोधित करते हुए ये ऐलान कर चुके है कि किसानो को धान खरीदी की अंतर राशि को एकमुश्त दी जाएगी। उन्हें बैंकों के चक्कर बार – बार लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। ज्ञात हो कि किसानों को अभी सिर्फ समर्थन मूल्य दिया जा रहा है वहीँ अंतर राशि प्रति क्विंटल 917 रु. का और भुगतान किया जाना है।
प्रदेश में रिकार्ड धान खरीदी
राज्य में 01 नवम्बर 2023 से 04 फरवरी 2024 तक किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की गई। राज्य में इस बार रिकार्ड तोड़ धान की खरीदी हुई है। इस विपणन वर्ष 2023 – 24 में लगभग 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने की जानकारी प्राप्त हुई है। इस तरह से प्रदेश में अब तक सारे रिकार्ड टूट चुके है।
पिछले वर्ष 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा 30 हजार करोड़ से भी अधिक राशि का भुगतान किया जा चूका है। वहीं लगभग बोनस राशि में 12000 करोड़ रूपये का और भुगतान किया जाएगा। वहीँ आने वाले विपणन वर्ष 2024 – 25 में 150 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी के आंकड़े को पार कर सकती है।