25 अगस्त से 8 सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा पर कार्यक्रम आयोजित

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नेत्रदान महादान, लोगों की दुनिया हो रही रोशन

कवर्धा, 04 सितंबर 2023। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सूर्यंवंशी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाडा के अवसर पर कैलाश नगर कवर्धा के शासकीय हाई स्कूल में रेडक्रास सोसायटी एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में बताया कि हमारे देश में नेत्रदान की कमी के कारण लाखों लोग दृष्टिहीन जीवन व्यतीत करते है। सामाजिक चेतना, जागृति लाने के लिए हर साल 25 अगस्त से 8सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। जागरूकता कार्यक्रम में बालाराम साहू जिला समन्वयक, मनीष जायॅ, हिरेन्द्र शर्मा नेत्र सहायक अधिकारी, जीवन कौशिक जिला समन्वयक 108, प्राचार्य सूश्री एस.धुर्वे, एस. श्रीवास्तव, राजेश चंद्रवंशी, तरूना, विश्वकर्मा शिक्षक की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
छात्रों को नेत्र दान के संबंध में बताया कि मृत्यु के बाद नेत्रदान करने वाला एक व्यक्ति दो लोगों को रोशनी दे सकता है। नेत्रदान मृत्यु के बाद होता है 6 घंटे के अंदर नेत्र दान हो जाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति के द्वारा नेत्र दान की घोषणा नहीं की गई हो, फिर भी रिश्तेदार मृत व्यक्ति का नेत्रदान कर सकते हैं। नेत्र आपरेशन पश्चात तथा चश्मा पहने व्यक्ति भी नेत्रदान कर सकता है। किसी भी उम्र में व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है।

नेत्र रोग विशेषज्ञ ने आंखों की देखभाल के यह दिए टिप्स

यहां बताया गया कि आँखें साफ रखें, दिन में दो-तीन बार आँख को साफ पानी से जरूर धोएं, तेज धूप में धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें, हरी सब्जी सीजन का फल एवं दूध का सेवन करना चाहिए, पढ़ते समय कमरे में प्रकाश उचित मात्रा में हो एवं बैठकर पढ़ना चाहिए। साल में एक बार नेत्र रोग विशेषज्ञ से आँखों की जांच करानी चाहिए, मधुमेह के रोगियों को अपनी आंखों की जांच करानी चाहिए क्योंकि मधुमेह आँख के पर्दे को खराब कर देती है, इपचास की उम्र पार करने पर व्यक्ति को मोतिया बिन्द के लिए अपनी आँखों की जाँच करवानी चाहिए, आँख की बीमारी होने पर स्वयं चिकित्सा न करें, आंख में कचरा धूल का कण आदि डलने पर आँख को मलना नहीं चाहिए, किसी दूसरे व्यक्ति का रूमाल एवं तौलिया इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, लेटकर नहीं पढ़ना चाहिए, कम्प्यूटर पर कार्य करते समय कम्प्यूटर एवं आँखों के बीच एक उचित दूरी अवश्य रखें, काम करते समय बीच-बीच में आंखों को आराम दें ठंडे पानी के छीटें मारें, स्मार्ट फोन की ब्राइटनेस और लगातार देखे जाने से हमारी आंखों पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है, फोन से निकलने वाली रोशनी सीधे रेटिना पर असर करती है इससे धीरे-धीरे देखने की क्षमता कम होने लगती है।
CNI NEWS कवर्धा छत्तीसगढ़ से अनवर खान की रिपोर्ट

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