गुजरात 64 वा स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं एवम जंगी मतदान की अपील(श्री देवू सिंह चौहान, केंद्रीय राज्य संचार मंत्री)
गुजरात 64 वा स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं एवम जंगी मतदान की अपील
(श्री देवू सिंह चौहान, केंद्रीय राज्य संचार मंत्री)
मतदाता देश के विकास की एक अहम कड़ी होता है। जो पांच वर्षों के लिए देश की कमान अपने द्वारा चुने गए प्रतिनिधि के हाथों में सौंपता है। इस प्रकार अपने देश में एक सही प्रतिनिधि का चयन करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति में मतदान को लेकर जागरूक होना अनिवार्य है। उपर्युक्त बाते श्री देवू सिंह चौहान (केंद्रीय संचार राज्य मंत्र) ने , पर्यावण भवन , वस्त्राल, अहमदाबाद में अहमदाबाद शैक्षणिक संकलन समिति द्वारा मतदान जागृति अभियान में कही, मतदान एवम मतदाता जागरूकता अभियान के महत्व को समझएते हुए उन्होंने कहा कि सांसद की पहली चुनाव वे इसलिए हार गए क्योंकि उनकी ग्रामीण क्षेत्र मतदाता ने NOTA का मतलब नहीं जाना एवम NOTA बटन दबाकर उनकी जीत को हार में बदल दिया। अतः आप सभी शैक्षणिक संस्थानों का संचालन करने वाले अपने शैक्षणिक कर्मचारियों, अभिभावक, छात्र छात्राओं से
मतदान को राष्ट्रीय कर्तव्य मानते हुए सतप्रतिशत मतदान करना सुनिश्चित करे। राष्ट्रहित के लिए ‘नोटा’ का प्रयोग न करें। यह सुनिश्चित करें कि अपने सभी योग्य मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अवश्य हों तथा मोहल्ले/गांव में सौ प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करावें। मतदान के दिन ‘पहले मतदान-फिर कुछ और काम’ का संकल्प समाज को दिलाना होगा।
सशक्त एवं मजबूत लोकतंत्र के लिए शत-प्रतिशत मतदान होना आवश्यक है।
इस आयोजन में अतिथि विशिष्ठ के रूप में आमंत्रित अहमदाबाद पूर्व के सांसद श्री हसमुख पटेल ने भारत एवम भारत की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए जंगी मतदान का आह्वान किया। श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस की स्थापना एक अंग्रेज ने किया था अतः कांग्रेस की मानसिकता गुलामी वाली है ,जबकि 1925 की विजयादशमी पर संघ स्थापना करते समय भी डा० हेडगेवार जी का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वाधीनता ही था। संघ के स्वयंसेवकों को जो प्रतिज्ञा दिलाई जाती थी उसमें राष्ट्र की स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए तन-मन-धन पूर्वक आजन्म और प्रामाणिकता से प्रयत्नरत रहने का संकल्प होता हैं।
आज पूरे विश्व ने सैनिक शासन से लेकर राजतंत्र का शासन देखा लेकिन हमारे देश भारत का लोकतंत्र पूरी दुनिया में एक मिशाल है हम लोकतंत्र के पुजारी ओर रक्षक हैं
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। जिसका अर्थ यह है कि यहां की सरकार लोकतंत्र के नियमों के आधार पर चुनी जाती है। लोकतंत्र के नियमों में 5 वर्षों में एक बार चुनाव किया जाता है। 5 वर्षों में एक बार होने वाले इस चुनाव में विशेष भूमिका जनता की रहती है। जनता के मतों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि ही राष्ट्र का संचालन करते हैं। 5 वर्षों में सरकार चुनने की यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। अपना प्रतिनिधि चुनने में जनता स्वयं जिम्मेदार होती है। इसलिए लोकतांत्रिक प्रणाली में मतदान का विशेष महत्व है। मतदान की शक्ति को समझना प्रत्येक नागरिक के लिए आवश्यक है।
कार्यकर्म का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ जिसमे अहमदाबाद शिक्षण संस्थाओं के संचालक, शिक्षाविद, शिक्षक, शिक्षिकओ ने भाग लिया,मतदान जागृति अभियान का आयोजन श्री हितेश पटेल अध्यक्ष अहमदाबाद शैक्षणिक संकलन समिति द्वारा किया गया