कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षकों एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारियों की ली संयुक्त बैठक
कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षकों एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारियों की ली संयुक्त बैठक
बच्चों को छात्रावास में अच्छा एवं पारिवारिक वातावरण देना सबकी पहली प्राथमिकता- कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा
बैठक में छात्रावासों के मरम्मत कार्य, पेयजल व्यवस्था, मूलभूत सुविधाओं पर हुई चर्चा
बैठक में अनुपस्थित अधीक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
सी एन आई न्यूज़ से संजू महाजन
खैरागढ़, 08 मई 2024//
कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में छात्रावास अधीक्षक एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में कलेक्टर श्री वर्मा ने छात्रावास/आश्रमों की मरम्मत सहित मूलभूत सुविधाओं को चिन्हांकित करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे मरम्मत कार्य जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है, उसे नए शिक्षण सत्र प्रारंभ होने से पहले पूर्ण कर लें। इसके लिए अधीक्षकों को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (आरईएस) विभाग के साथ सामंजस्य बैठाकर से निर्माण कार्य हेतु प्राक्कलन बनाकर सप्ताहभर के भीतर प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किए हैं।
कलेक्टर श्री चन्द्रकांत वर्मा ने बैठक में अधीक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक छात्रावास/आश्रम में प्रतिमाह निगरानी समिति की बैठक के दिन पालक-बालक सम्मेलन आयोजित किया जाए। जिमसें सभी पालकों को उनके बच्चों की प्रगति की जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने सहायक आयुक्त एवं अधीक्षकों को उनके दायित्व का बोध करते हुए कहा कि छात्रावास/आश्रम में कोई विशेष समस्या है, जिनका निराकरण वे नहीं कर पा रहे है। ऐसी स्थिति में इस बात की सूचना तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देना सुनिश्चित करें। साथ ही मौखिक एवं लिखित रूप में समस्या बताते हुए निराकरण हेतु प्रभावी पहल करने के लिए निर्देशित किए हैं।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कन्या छात्रावास/आश्रमों की सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं व्यवस्था हेतु अधीक्षक, चौंकीदार एवं महिला नगर सैनिक की उपस्थिति सुनिचित करने कहा है। साथ ही छात्रावास में अधीक्षक व चौंकीदार आवास गृह हेतु प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। वही बैठक में अनुपस्थित अधीक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया गया है।
कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे सभी छात्रावास में स्थित आवास गृह में रात्रि में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने सभी को सचेत रहने की समझाइश दी है और कहा कि छात्रावास में अनुशासन का विशेष ध्यान रखा जाए एवं किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोई अन्य अप्रिय घटना की स्थिति निर्मित न हो। बैठक में अधीक्षकों ने छात्रावासों की वस्तु स्थिति की जानकारी देते हुए बुनियादी सुविधाओं की कमियों से अवगत कराया।
श्री चन्द्रकांत वर्मा ने उपस्थित सभी अधीक्षकों से कहा कि बच्चें अपने गांव और मां-बाप से दूर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते हैं। उन सबकी जिम्मेदारी आपके ऊपर है। आप सभी उनके साथ पालक की तरह व्यवहार करते हुए उनके भविष्य निर्माण में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि कोई भी अधीक्षक बिना अनुमति या सूचना के हॉस्टल से अनुपस्थित नहीं रहेंगे। साथ ही अनुपस्थित रहने वाले व कार्य में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। सभी अधीक्षकों से उनके हॉस्टल को एक मॉडल हॉस्टल के रूप में विकसित करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। इसके लिए सभी हॉस्टल में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति, नियमित साफ सफाई, निर्धारित मेनू अनुसार पौष्टिक भोजन प्रदान करने, पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही हॉस्टल के बच्चों का नियमित रुप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने की भी बात कही। उन्होंने हॉस्टल में उपलब्ध स्थानों में किचन गार्डन विकसित करने की बात कही। बच्चो को अच्छा वातावरण देना आप सब की पहली प्राथमिकता साथ ही पढ़ाई में उनका फोकस करे बच्चों की पढ़ाई का समय समय पर परीक्षण करने के लिए कहा। साथ ही बच्चो को पूर्ण सहयोग प्रदान करने के की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों से छात्रावासों का किए जाने वाले निरीक्षण की जानकारी लेते हुए संस्थान का नियमित निरीक्षण करने व निरीक्षण पंजी संधारित रखने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री सुरेंद्र कुमार ठाकुर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री श्रीकांत शर्मा एवं जिले के समस्त छात्रावास अधीक्षक उपस्थित थे।